सॉलिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए झारखंड के 6165 गांव चयनित, राज्य गठन के बाद सिर्फ इस शहर में हो सका है योजना लागू - prabhat khabar

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JHARKHAND NEWS, RANCHI NEWS, SOLID AND LIQUID WASTE MANAGEMENT JHARKHAND रांची : राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सॉलिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट (ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन) योजना शुरू की जायेगी.


विभिन्न जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 6165 गांवों (95 बड़े गांवों और 6070 छोटे गांवों) में यह योजना क्रियान्वित की जायेगी. योजना के तहत तालाबों में जानेवाले दूषित पानी से कचरा साफ किया


जायेगा. प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरी नालियों का निर्माण और मरम्मत कर दूषित जल की निकासी वैज्ञानिक तरीके से की जायेगी. व्यक्तिगत व सामाजिक सोकपिट बनाये जायेंगे. लिचपिट व मैजिक निर्माण


किया जायेगा. ग्रामीणों को घर में किचन गार्डन बनाने के लिए प्रेरित किया जायेगा. योजना पर खर्च होनेवाली राशि में से भारत सरकार का हिस्सा 60 प्रतिशत और राज्य सरकार का 40 फीसदी होगा. 15वें वित्त


आयोग से प्रदत्त राशि व मनरेगा के तहत योजना का कार्यांवयन किया जायेगा. केवल एक शहर में शुरू हो सका सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट राज्य गठन के बाद से अब तक केवल एक ही शहर गिरिडीह में सॉलिड


वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट (ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट) शुरू किया जा सका है. हालांकि, वर्ष 2006 से ही राज्य के सभी प्रमुख शहरों में प्लांट निर्माण की योजनाओं पर काम किया जा रहा है. फिलहाल, राज्य


के तीन निकायों में देवघर, गोड्डा व चाकुलिया में भी प्लांट तैयार कर लिया गया है. तीनों निकायों में प्लांट का परीक्षण चल रहा है. आगामी वित्तीय वर्ष में इन प्लांट के चालू होने की उम्मीद है.


राजधानी रांची में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए धरातल पर अब तक काम शुरू नहीं किया जा सका है. इसके अलावा राज्य के 24 नगर निकायों मधुपुर, फुसरो, बुंडू, धनबाद, देवघर, गिरिडीह,


झुमरीतिलैया, कोडरमा, चतरा, खूंटी, पाकुड़, साहिबगंज, राजमहल, जामताड़ा, मिहिजाम, चाईबासा, सरायकेला, गढ़वा, लातेहार, चास, चिरकुंडा व चक्रधरपुर में प्लांट निर्माण पर का काम शुरू करने की घोषणा की


गयी है. Posted By : Sameer Oraon