Coronavirus indore: अस्पतालों में बिस्तरों का प्रबंध करने में स्वास्थ्य विभाग विफल

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स्वास्थ्य विभाग की 1075 हेल्पलाइन नंबर पर बिस्तर उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य किसी तरह की मदद मिलने की बात कही जाती है। नियंत्रण कक्ष में तीन पारियों में 30 आपरेटर मौजूद रहने का दावा किया


जा रहा है। हकीकत यह है कि जब भी जरूरत हो तो इस नंबर पर फोन करने पर किसी तरह की मदद नहीं मिली। नईदुनिया रिपोर्टर ने इस नंबर पर सोमवार को 4:30 से 5 बजे तक लगातार संपर्क करना चाहा लेकिन सिर्फ


संगीत ही सुनाई दिया किसी आपरेटर से बात नहीं हुई, जबकि यहां मौजूद आपरेटर इंचार्ज का दावा है कि एक पारी में 1500 तक काल आते हैं। सिर्फ एक निजी अस्पताल में एक आइसीयू में ही बिस्तर उपलब्ध


स्वास्थ्य विभाग निजी व सरकारी अस्पतालों में गंभीर संक्रमितों के लिए 32 फीसद बिस्तर उपलब्ध होने का दावा कर रहा है। रविवार की सूची के अनुसार तो 181 आइसीयू बिस्तर उपलब्ध होने का दावा किया।


नियंत्रण कक्ष में मौजूद इस सेक्शन के कंप्यूटर आपरेटर सचिन शुक्ला के अनुसार उनके पास उपलब्ध 73 अस्पतालों की सूची में सोमवार शाम चार बजे तक न्यू चेस्ट वार्ड में 14 आइसीयू बिस्तर और बायपास


स्थित तिवारी अस्पताल में सिर्फ एक बिस्तर उपलब्ध था। वहीं आक्सीजन बिस्तर भी एमटीएच अस्पताल में 10, साईं अस्पताल में 2 बिस्तर उपलब्ध थे। इसके अलावा एचडीयू के बिस्तर न्यू चेस्ट वार्ड में 8,


सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में 2 और एमटीएच अस्पताल में 10 उपलब्ध थे। निजी अस्पतालों में एक भी एचडीयू बिस्तर नहीं था। मात्र दो आइसोलेशन बिस्तर ट्रू केयर में उपलब्ध थे। आपरेटर सचिन के अनुसार


कोविड अस्पतालों की सूची में जो नए अस्पताल जोड़े गए हैं, वहां की बिस्तर उपलब्धता की जानकारी उन्हें नहीं। ऐसे में 1075 हेल्पलाइन पर फोन लगाने पर आपको अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध होने की सही


जानकारी मिलने की संभावना ही नहीं है। सेवाकुंज अस्पताल बंद, फिर भी सूची में वहां 30 आइसीयू बिस्तर बता रहे स्वास्थ्य विभाग की सूची में कनाड़िया स्थित सेवाकुंज अस्पताल में 30 आइसीयू बिस्तर होने


की बात कही जा रही है। जब इस संबंध में कोविड नोडल अधिकारी डा. अमित मालाकार का कहना था कि इस अस्पताल का संचालन नहीं हो रहा है। ऐसे में सूची में इस अस्पताल को शामिल कर बिस्तरों की उपलब्धता


दिखाकर स्वास्थ्य विभाग के अफसर हकीकत पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। जानकारों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में जिस व्यक्ति को अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों की जानकारी तैयार करने का जिम्मा


दिया हुआ है, उसके द्वारा लापरवाहीपूर्वक गलत डाटा दर्ज किया जा रहा है। बताना कठिन है कि नए मरीज को कब भर्ती कर पाएंगे शहर के पश्चिमी क्षेत्र में भी कोरोना संक्रमितों को अस्पताल की जद्दोजहद का


सामना करना पड़ रहा है। गीतांजलि हास्पिटल में जब संक्रमित व्यक्ति को भर्ती कराने के लिए पूछताछ की गई तो जवाब मिला कि आप पंजीयन करा दीजिए। जब पलंग की उपलब्धता होगी, तब सूचित कर दिया जाएगा।


संक्रमितों को भर्ती करने के लिए लाइन लग रही है। साईं हास्पिटल में भी पलंग उपलब्ध नहीं हैं। जब वहां संक्रमित को एडमिट करने का पूछा तो जवाब मिला कि जितने अतिरिक्त पलंग लग सकते थे, हम लगा चुके


हैं। वेटिंग कितनी है, यह अभी कहना मुश्किल है। बुधवार को सुबह डाक्टर राउंड पर आते हैं। उसके बाद ही यह तय होगा कि कौन मरीज डिस्चार्ज होगा और किसे अभी और अस्पताल में रखना होगा। इसलिए अभी यह


बताना मुश्किल होगा कि नए मरीज को कब एडमिट किया जा सकेगा। आप कर लें आक्सीजन का प्रबंध एसके हास्पिटल में 4 पलंग खाली हैं और जरूरत पड़ने पर अन्य पलंग की व्यवस्था भी हो सकती है। अस्पताल में


आक्सीजन उपलब्ध नहीं है। अस्पताल में आक्सीजन के 4 ही सिलेंडर उपलब्ध हैं और भर्ती मरीजों की संख्या 30 है। यदि आप आक्सीजन की व्यवस्था व्यक्तिगत रूप से कर लेते हैं तो हमें मरीज को भर्ती करने में


कोई परेशानी नहीं होगी। बिस्तर उपलब्धता पर बोले अस्पताल प्रबंधक 33 आइसीयू बिस्तर पर नान कोविड मरीज हमारे अस्पताल में कुल 150 आइसीयू बिस्तर इनमें 117 मरीज अभी भर्ती है। 33 आइसीयू बिस्तर पर


हमारे पुराने नान कोविड मरीज भर्ती है। इन्हें हम दूसरे अस्पताल में रेफर करवा रहे हैं। यहां से हम मरीजों को एमवायएच में रेफर कर रहे हैं। ऐसे में अब कोविड मरीजों के लिए हमारे पास शाम 7 बजे तक


33 बिस्तर उपलब्ध हो जाएंगे। -आरसी यादव, अतिरिक्त संचालक, इंडेक्स मेडिकल कालेज पांचों बिस्तर तीन दिन से खाली नहीं हमारे अस्पताल में कोविड मरीजों के आइसीयू के पांच बिस्तर हैं और यह पिछले तीन


दिन से फुल हैं। हमें स्वास्थ्य विभाग ने पोर्टल का आइडी पासवर्ड नहीं दिया है। इस कारण हम उनके वाट्सएप ग्रुप पर अपने अस्पताल में उपलब्ध बिस्तर की जानकारी देते हैं। -अंकुश पडोले, बिलिंग


इंचार्ज, चरक अस्पताल मुझे नहीं पता क्यों मिसमैच हमारे अस्पताल में दो-तीन दिन से सभी 10 आइसीयू बिस्तर फुल हैं। हमें भी पोर्टल पर दो बिस्तर खाली दिख रहे हैं। अब पता नहीं स्वास्थ्य विभाग के


पोर्टल पर यह डाटा मिसमैच क्यों दिख रहा है? -मोनिका विजयवर्गीय, नर्स, दशमेश अस्पताल आइसीयू बिस्तर ही नहीं हमारे अस्पताल में गंभीर संक्रमित मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। अस्पताल में


कोविड संक्रमितों के लिए आइसीयू बिस्तर ही नहीं हैं। पता नहीं स्वास्थ्य विभाग की सूची में पांच आइसीयू बिस्तर क्यों और कैसे दिख रहे हैं? -डा. वीएस यशलहा, मानद सचिव, राबर्ट नर्सिंग होम इधर


अधिकारी बोले _अस्पताल सही जानकारी नहीं दे रहे_ _अस्पताल वाले ही नियंत्रण कक्ष को गलत जानकारी दे रहे हैं। इस कारण बिस्तरों की सही उपलब्धता की जानकारी नहीं मिल रही है। हम सामाजिक न्याय विभाग


के लोगों को जोड़ रहे हैं जिससे अस्पतालों की जानकारी का डाटा सही उपलब्ध हो। डाटा मैनेजर के माध्यम से अपडेट अस्प्तालों की सूची नियंत्रण कक्ष वालों के पास नहीं पहुंच पाई होगी। इस वजह से वहां 73


अस्पतालों की सूची ही है। _ _-डा. अमित मालाकार, कोविड नोडल अधिकारी _