
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI
Play all audios:
KHAP PANCHAYAT : हद तो तब हो गई, जब पीड़ित की मां के निधन के बाद पंचों ने उसे समाज के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। By NAVODIT SAKTAWAT Edited By: NAVODIT SAKTAWAT Publish
Date: Wed, 09 Sep 2020 07:24:34 PM (IST) Updated Date: Wed, 09 Sep 2020 07:25:35 PM (IST) राजस्थान के जोधपुर में खाप पंचायत के तुगलकी फरमान से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जहां देवासी समाज ने
एक व्यक्ति का तीन साल पहले हुक्का-पानी बंद कर उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया था। पुनः समाज में सम्मलित होने के एवज में ग्यारह लाख रुपये का अर्थदंड लगा दिया था। बताया जाता है कि पीड़ित की
पुत्री ने पहले पति से लगातार चल रही अनबन के कारण दूसरी शादी कर ली थी, जोकि खाप पंचायत के पंचों को नागवार गुजरी थी। इसी के चलते उसका समाज से बहिष्कार कर दिया था। अब हद तो तब हो गई, जब पीड़ित
की मां के निधन के बाद पंचों ने उसे समाज के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। पूरा मामला जोधपुर ग्रामीण के झंवर थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जहां अब पीडित ने अदालत की शरण लेकर पंचों
के खिलाफ झंवर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। झंवर थानाधिकारी परमेश्वरी ने बताया कि झंवर निवासी बालाराम देवासी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें उसने बताया है कि उसकी पुत्री के विवाह के बाद से
ही अपने पति से अनबन चल रही थी, जिसके कारण उसने दूसरी शादी कर ली थी। ये बात पंचों को अखर गई। तब पंच चूनाराम, हंडताराम, गादडऱाम, कानाराम, गंगाराम, उंकाराम एवं रेवतराम आदि ने पंचायत कर उसे
बुलाया और बेटी के कृत्य के लिए उसे समाज से बहिष्कृत कर हुक्का-पानी बंद करने का फरमान सुना दिया। इसके अलावा समाज मे पुनः शामिल होने के लिए 11 लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया। इतना ही नहीं बीते
माह छह अगस्त को उसकी मां का निधन हो गया तो समाज के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। ऐसे में उन्होंने दूसरी जगह उनका अंतिम संस्कार किया। इसके बाद उन्होंने अदालत की शरण ली।
पीड़ित बालाराम के अनुसार वह और उसका परिवार पिछले तीन सालों से समाज से बहिष्कृत चल रहा है। आखिर ली कोर्ट की शरण झंवर थाना पुलिस के अनुसार बालाराम से जुड़ा ये मामला 2017 का है। उन्हें तभी समाज
से निकाल दिया गया था, मगर अब मां का समाज के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार नहीं करने देने पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली है। कोर्ट से मिले इस्तगासे पर पुलिस ने पंचों व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर
लिया है। इसके साथ ही जांच शुरू कर दी है। सब इंस्पेक्टर जबर सिंह मामले की जांच कर रहे हैं।