मुरादाबाद-नैनीताल हाइवे पर उफनाई नदी, गाड़ियों का निकलना हुआ मुश्किल

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मुरादाबाद से नैनीताल जाने वाले हाइवे पर गाड़ियां रोज की तरह ही फर्राटा भरते हुए गुजर रहीं थीं। आस पास के गांवों के लोग भी अपने रोजमर्रा के काम से निकले हुए थे लेकिन इस्लामनगर पहुंचते ही


उन्हें ब्रेक... Shivendra Singh भूपेश उपाध्याय, मुरादाबादMon, 24 Aug 2020 01:49 PM Share Follow Us on __ मुरादाबाद से नैनीताल जाने वाले हाइवे पर गाड़ियां रोज की तरह ही फर्राटा भरते हुए गुजर


रहीं थीं। आस पास के गांवों के लोग भी अपने रोजमर्रा के काम से निकले हुए थे लेकिन इस्लामनगर पहुंचते ही उन्हें ब्रेक लगाना पड़ा। दिन-ब-दिन रौद्र होती रामगंगा खेत-खलिहानों को रौंदते हुए हाइवे पर


आ पहुंची थी। सड़क पर करीब एक फुट पानी और तेज बहाव के कारण दो पहिया वाहनों के लिए इसे पार करना मुश्किल हो रहा था। चार पहिया वाहनों के भी एक एक-करके निकलना पड़ा। पैदल राहगीर एक दूसरे का हाथ पकड़


कर निकल रहे थे कि रामगंगा का तेज बहाव कहीं उनके पांव न उखाड़ दे। उधर, इस्लाम नगर और आसपास के गांवों के युवाओं और बच्चों ने इस मुश्किल में भी आनंद तलाश लिया है। इस्लाम नगर में हाइवे पर बनी


पुलिया उनके लिए डाइविंग बोर्ड तो पास के खेतों में भरा बाढ़ का पानी  स्वीमिंग पूल से कम नहीं थी। एक ओर सड़क पर लोग खौफ में जैसे तैसे रपटे से निकलने को कोशिश कर रहे थे तो दूसरी ओर ये युवा और


बच्चे बेखौफ फन पार्क का आनंद ले रहे थे।  इस्लामनगर के रऊफ बताते हैं कि रामगंगा का पानी रविवार को ही हाइवे तक पहुंच गया था लेकिन सोमवार को एक फिट से अधिक पानी सड़क पर आ जाने से आवागमन बुरी तरह


से प्रभावित हुआ। जाम के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। रामगंगा के बढ़ने की स्थिति ऐसी ही रही तो मुख्य मार्ग बंद भी हो सकता है।  खतरे के निशान के करीब पहुंची रामगंगा  मुरादाबाद में रामगंगा


खतरे के निशान की तरफ बढ़ चली है। अभी नदी खतरे के निशान से 19  सेमी नीचे बह रही है। सोमवार को नदी का जलस्तर 190.41 मीटर पहुंच गया। खो और हरेवली अभी भी बीस हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा


रहा है। हालांकि दो दिनों के मुकाबले बैराज से पानी का डिस्चार्ज कम होने से जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। बाढ़ खंड का कहना है कि सोमवार शाम को रामगंगा का जलस्तर घटने के आसार है।