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हर गरीबों को अपना छत हो। वह भी मकान मालिक कहला सकें। सरकार इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत बीपीएल परिवारों को इसका लाभ दे रही है। हालांकि पूर्व में गरीबों को इंदिरा आवास
योजना के... हिन्दुस्तान टीम खगडि़याTue, 29 May 2018 01:19 AM Share Follow Us on __ हर गरीबों को अपना छत हो। वह भी मकान मालिक कहला सकें। सरकार इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत
बीपीएल परिवारों को इसका लाभ दे रही है। हालांकि पूर्व में गरीबों को इंदिरा आवास योजना के तहत लाभ दिया जाता था लेकिन वित्तीय वर्ष 2016-17 से इस योजना क ा नाम बदल दिया गया है। प्रधानमंत्री
ग्रामीण आवास योजना के तहत एसईसीसी सूची के आधार पर लाभार्थी का चयन किया जाता है। एसईसीसी सूची में दर्ज नाम के हिसाब से गरीबों को क्रम वार योजना का लाभ दिया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2016-17 व
2017-18 में जिले के 13 हजार 480 लाभार्थियों को इस योजना के तहत लाभ देना है। हालांकि इसमें से अब तक प्रथम किश्त प्राप्त किए लाभार्थी में से मात्र 147 लाभार्थी ने ही अपना आवास पूर्ण किया है।
इसमें गति लाने को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को बेहतर प्रयास करना होगा। इसमें से अब तक 12 हजार 657 लाभार्थी को जियो टैगिंग किया जा चुका है। वही जियो टैगिंग करने के विरुद्घ 11930 लाभार्थी को
आवास योजना की स्वीकृति दे दी गई है। इसमें से 9455 लाभार्थी को प्रथम किस्त की राशि दी गई है। वही द्वितीय किस्त की राशि 3134 लाभार्थी को व तृतीय किश्त की राशि 545 लाभार्थी को दिया जा चुका है।
इसमें से 147 लाभार्थियों ने अपने आवास का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया है। आवास कार्य पूर्ण करने के मामले में चौथम प्रखंड के लाभार्थी सबसे आगे हैं वही मानसी प्रखंड के लाभार्थी इस दौड़ में सबसे
पीछे चल रहे। क्या है योजना : प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीबी रेखा के अंदर रहने वाले लाभार्थियों को सरकारी स्तर पर आवास योजना के तहत लाभ दिया जाता ह। इस योजना के तहत एसईसीसी सूची के लोगों
को वरीयता के आधार पर योजना का लाभ दिया जाता है। गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान बनाने के लिए 1 लाख 20 हजार रुपए दिया जाता है। इसमें दो घर के कमरे के साथ साथ लाभार्थी को
किचन एवं शौचालय का निर्माण करना अनिवार्य रखा गया है। बिना शौचालय निर्माण कराए लाभार्थी को अंतिम किस्त की राशि नहीं दी जाएगी। इसके लिए तीन स्तर पर नियमित रूप से मनिटरिंग की जाती है। किस
प्रखंड को कितना है लक्ष्य: विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में वित्तीय वर्ष 2016-17 एवं 2017-18 के लिए 13480 लाभार्थी को इस योजना के लाभ देने की योजना है। इसमें से अलौली
प्रखंड को सर्वाधिक 3063, बेलदौर को 2343, चौथम प्रखंड को 1124, गोगरी प्रखंड को 2406, सदर प्रखंड को मात्र 1996, मानसी प्रखंड को 771, परबत्ता प्रखंड को 1867 लाभार्थी को योजना के लाभ देने का
लक्ष्य है। छह माह में बनाना है घर: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थी को छह माह के अंदर अपना घर का निर्माण कार्य पूरा करना है। अगर प्रथम किश्त लेने के बाद भी घर का निर्माझा कार्य शुरु
नहीं किया जाएगा तो लाभार्थी को उजला, पीला व लाल नोटिस दिया जाएगा। इसके बावजूद अगर मकान नहीं बना तो कार्रवाई होगी।