ईंधन सप्‍लाई रोके जाने से स्‍पाइसजेट नहीं भर पाया उड़ान

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तो लोन पर मिलेगा ईंधन एक ओर नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी स्पाइसजेट के लिये यह खबर एक और मुसीबत बनकर सामने आई है. स्पाइसजेट को ईंधन न मिलना एक बहुत गंभीर समस्या है. अब यह इसके भविष्य पर


भी सवाल उठाने लगी है. सूत्रों की मानें तो सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों ने अब तक स्पाइसजेट को दो सप्ताह के लोन सुविधा के आधार पर जेट ईंधन की सप्लाई फिर से शुरु करने के संबंध में कोई डिसीजन


नहीं लिया है. हालांकि संकटग्रस्त विमानन कंपनी के बचाव में नागर विमानन मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि वह तेल कंपनियों और एयरपोर्ट परिचालकों को गुजारिश करेगा, कि स्पाइसजेट को 15 दिन की लोन


सुविधा दे. फिलहाल विमानन मंत्रालय अपनी तरफ से कंपनी को बंद होने से बचाने के भरसक प्रयास कर रहा है. 600 करोड़ का लोन विमानन मंत्रालय का कहना था, कि स्पाइसजेट का परिचालन जारी रखने की प्रक्रिया


के अंग के तौर पर वह भारतीय बैंको-वित्तिय संस्थानों से बात करेगा. इसके तहत मंत्रालय विमानन कंपनी को 600 करोड़ रुपये तक का लोन देने के लिये कह सकता है. इसके अलावा वित्त मंत्रालय से भी विशेष


व्यवस्था के तहत कार्य पूंजी के लिये ईसीबी की मंजूरी के संबंध में बात करेगा. तत्काल राहत का आग्रह स्पाइसजेट कंपनी में कुछ समय से उथल पुथल हो रहा है. कंपनी पर करोड़ों रुपया बकाया हो चुका है.


जिससे बीते दिनों ने स्पाइसजेट ने अपनी दिसंबर तक की करीब 1800 उड़ाने भी कैंसिल कर दी थी. हालांकि स्पाइसजेट के शीर्ष अधिकारियों ने आज नागर विमानन राज्यमंत्री महेश शर्मा से मुलाकात कर ‘तत्काल


राहत’ का आग्रह किया. जिसमें यह तय हुआ कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण  200 करोड़ रुपए का बकाया तत्काल चुकाने के लिए दबाव नहीं देगा क्योंकि कंपनी के प्रवर्तक कलानिधि मारन ने और अधिक धन लगाने


की व्यक्तिगत गारंटी दे दी है. मुलाकात करने वालों में स्पाइसजेट के मुख्य परिचालन अधिकारी कपूर व उसकी मूल कंपनी सन ग्रुप के सीएफओ एस एल नारायणन शामिल मौजूद रहे.    Hindi News from Business


News Desk