पहली महिला पुलिस फोटोग्राफर को लाशों की फोटो खींचने का शौक

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काफी डर महसूस जी हां प्रदेश की पहली महिला पुलिस फोटोग्राफर सीमा ने क्राइम वाले मामलों में जबर्दस्त फोटोग्राफी की है। लाशों की फोटो खींचना, उनके प्रिंट बनाना, उसके बाद उन्हें मामले से जोड़ना


काफी डरावना काम रहता था। दिन रात यही काम रहता था।लगातार इंसान और जानवरों की लाशों की फोटो खींचने से उनके दिमाग में ये बाते शुरूआती दौर में दिन रात घूमती रहती थीं। अक्सर रात में पेड़ से लटकी


हुई लाशों व भयानक मर्डर वाले मामलों में शुरूआत में फोटोग्राफी में उनके हाथ कांपने लगते थे। वह घर आकर काफी डर सा महसूस करती थी, लेकिन अपने काम की लगन और एकाग्रता में वह यह इस सबको अपने ऊपर


भारी नहीं पड़ने देती थीं। जबकि यह मुकाम उन्हें काफी मुश्किल से मिला। पारिवारिक परिस्थितियों को संभालने के लिए बॉयोलॉली से बीएससी करने वाली सीमा इस ओर अचानक से आई थीं। पिता की मौत के बाद वह


रिटर्न टेस्ट और प्रैक्टिकल के जरिए इस ओर आ गईं। गोल्ड मेडल मिल चुका प्रदेश की पहली महिला पुलिस फोटोग्राफर सीमा कुलश्रेष्ठ को क्राइम फोटोग्राफी में नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल मिल चुका है।


वर्तमान में वे इंस्पेक्टर सीआईडी फोटो सेक्शन में पोस्टेड हैं। आज वह 51 साल की हो गई हैं। उन्हें एक बेटी और एक बेटा है। 80 के दशक में पुलिस विभाग को पुरुषों का एकाधिकार माने जाने वाले क्षेत्र


में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने हर छोटे बड़े मौकों पर काफी साहस के साथ फोटोग्राफी की। बड़े बड़े दंगों में भी वह अपने कैमरे के साथ मोर्चा संभाले नजर आईं। इस दौरान उन्हें काफी कठिनाइयों का


सामना करना पड़ा, लेकिन वह कभी पीछे नहीं हटी। शायद इसीलिए ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट में नेशनल लेवल के क्राइम फोटोग्राफी कॉम्पटीशन में उनका शामिल हुआ। जिसमें उन्हें 2013 में गोल्ड मेडल भी


मिला है। उनका कहना है कि वह चाहती है कि अपराध कम हो, लेकिन अब तो क्राइम की खबरों जैसे लाशों आदि की फोटो खींचना उनके शौक में शामिल हो गया था। inextlive from Bizarre News Desk