दिमाग को भूख का संकेत देने वाली नस को फ्रीज करने से मोटापा होगा कम! नए इलाज की हुई खोज

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मेडिकल साइंस के इतिहास में अमेरिका के वैज्ञानिकों ने इंसानों का मोटापा कम करने का अनोखा तरीका खोज निकालने का दावा किया है। Obesity यानि मोटापे की बीमारी से पीडि़त लोगों को ठीक करने के लिए


रिसर्च टीम ने जो तरीका खोजा है। उसमें इंसान की भोजन नली के भीतर मौजूद Posterior vagal trunk नाम की नस को फ्रीज कर दिया जाएगा। बता दें कि यही वो नस है जो पेट की भूख का संकेत दिमाग तक पहुंचाती


है। इस नस का प्रवाह रोक देने से लोगों से बेवजह की भूख का अहसास कम होगा। यानि ऐसे में लोग सिर्फ जरूरत भर का खाना खाएंगे और उनका मोटापा तेजी से घटेगा। खूब खाने पीने के शौकीन लोगों के लिए इलाज


का यह तरीका कुछ ज्यादा ही फायदेमंद साबित हो सकता है।


भूख बताने वाली नर्व को कैसे किया जाएगा फ्रीज


अमेरिका की एमोरी यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में यह रिसर्च करने वाली टीम के अनुसार, इस ट्रीटमेंट में CT Scan के प्रयोग से एक सुई मरीज के शरीर में इंजेक्ट कराई जाती है, इसके बाद एर्गन


(Argon) गैस को सुई में भेजकर 'पोस्टिरीयर वेगल ट्रंक' नाम की नस को फ्रीज कर दिया जाता है। भोजन की नली में मौजूद यह नस दिमाग को संकेत देती रहती है कि उसका पेट खाली है और उसे खाने की जरूरत है।


रिसर्च टीम के मुताबिक उन्होंने यह ट्रीटमेंट 10 लोगों पर आजमाया और 90 दिनों तक इन पर नजर रखी गई। फाइनली रिजल्ट में दिखा कि इन लोगों के BMI यानि बॉडी मास इंडेक्स में औसतन 14 परसेंट तक की कमी


पाई गई। साथ ही इस प्रक्रिया का मरीजों पर कोई दुष्प्रभाव भी अबतक सामन नहीं आया।


कम और औसत मोटापे के शिकार लोगों के लिए अधिक फायदेमंद


अमेरिका की एमोरी यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में रिसर्च टीम ने मोटापा घटाने के लिए इस नए ट्रीटमेंट की खोज की है। इस टीम के प्रमुख डेविड प्रोलोगो के मुताबिक शरीर में मौजूद 'पोस्टिरीयर वेगल


ट्रंक' नाम की नस की कार्यप्रणाली को प्रभावित करके मोटापा कम करने का यह तरीका उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमदं है, जो कम और औसत मोटापे के शिकार हैं। टीम का मानना है कि ऐसे लोगों में तरह तरह के


फूड खाने के शौकीन लोगों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। दिनभर तरह तरह की चीजें बार बार खाने से वो मोटापे के शिकार बन जाते हैं। इस ट्रीटमेंट से उन लोगों को बेवजह की भूख का अहसास कम या ना के


बराबर होगा और उनका बॉडीमास यानि BMI सही लेवल पर रहेगा।


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