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जम्मू, 29 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे को लेकर राजनीतिक हलकों में बयानबाजी तेज हो गई है। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) के वरिष्ठ नेता शेख बशीर
ने उनसे पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की गोलाबारी में मरने वालों के परिजनों से मिलने और विशेष राहत पैकेज की घोषणा की मांग की है। शेख बशीर ने गुरुवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए
कहा कि यह दौरा पहलगाम की घटना और ऑपरेशन सिंदूर के बाद हो रहा है। इसके साथ ही पुंछ में जो सीमा पर तनाव का माहौल बना और जिनकी जानें गईं, उस संदर्भ में यह यात्रा बेहद अहम है। हम उम्मीद करते हैं
कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस दौरे में उन लोगों की परेशानियों को समझेंगे जो इस हिंसा और असुरक्षा के माहौल में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई डेलिगेशन जम्मू-कश्मीर आए।
लेकिन, उनका उद्देश्य केवल फोटो खिंचवाना और राजनीतिक प्रदर्शन ही दिखाई दिया। अब तक राहत के मुद्दे पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। पीड़ित परिवार आज भी इंतजार कर रहे हैं कि कोई उनकी सुध ले।
हमें उम्मीद है कि अमित शाह इस बार केवल राजनीतिक भाषण नहीं देंगे, बल्कि जमीनी स्तर पर राहत और पुनर्वास की दिशा में ठोस पहल करेंगे। बशीर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमावर्ती इलाकों,
विशेषकर पुंछ में हिंसा और तनाव की घटनाएं सामने आईं, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान गई। इस पृष्ठभूमि में केंद्रीय गृह मंत्री का यह दौरा प्रभावित इलाकों के लिए न केवल राहत की उम्मीद लेकर
आया है, बल्कि सुरक्षा और स्थायित्व की दृष्टि से भी इसे निर्णायक माना जा रहा है। हमारी मांग है कि गृह मंत्री शाह खुद जाकर पीड़ित परिवारों से मिलें, उनकी बात सुनें और उनके लिए विशेष राहत पैकेज
की घोषणा करें। केवल नीतियों की बातें करने से कुछ नहीं होगा, जब तक कि धरातल पर बदलाव न हो। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद अमित शाह की यह पहली जम्मू-कश्मीर यात्रा है। इस दौरान, वह 30 मई को
पुंछ के डाक बंगले में पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मिलेंगे। वह गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों को नियुक्ति पत्र भी वितरित करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह
मंत्री पाकिस्तान की सीमा पार से गोलाबारी के निशाने पर आए धार्मिक स्थलों का भी दौरा करेंगे। --आईएएनएस पीएसके/एकेजे Advertisment डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है.
इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.