दिल्ली-ncr समेत इन शहरों में रात 2 बजे आएगी तूफानी बारिश! मौसम विभाग की चेतावनी ने डराया

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WEATHER FORECAST: भारतीय मौसम विभाग यानी आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक 29 मई से दिल्ली के मौसम में फिर बदलाव आएगा. 30 से 40 कि.मी./ घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी और बारिश की संभावना


जताई गई है. लोगों को सतर्क करते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. 29 मई को अधिकतम तापमान 39° दर्ज किया जा सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 27° रह सकता है. 30 मई को आंधी तूफान के साथ बारिश की


संभावना है. इस दिन अधिकतम तापमान में 3° की गिरावट भी आ सकती है. मौसम विभाग ने 30 मई के लिए दिल्ली के साथ-साथ गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया है. Advertisment यह


खबर भी पढ़ें- पाकिस्तान के साथ हो गया खेला! जिगरी दोस्त ने ही बनाया बेवकूफ, भारत ने दिखाया आईना इन राज्यों में ऐसा रहेगा मौसम का हाल इस दौरान अधिकतम तापमान 36° और न्यूनतम तापमान 27° रह सकता 


है. इसके बाद 31 मई को भी तूफान के साथ बारिश की संभावना है. लेकिन इसके लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है. वहीं तापमान भी 30 मई की तरह ही रहेगा. इसके अलावा जून के पहले दो दिन यानी एक और 2


जून को भी तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आएगा. 1 जून को आंशिक तौर पर बादल छाए रहने की संभावना है, जबकि 2 जून को बादल छाए रहने के साथ बारिश या तूफान के भी आसार हैं. दक्षिण पश्चिम मानसून बुधवार


को महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों कर्नाटक के बाकी हिस्सों तेलंगाना के ज्यादातर हिस्सों आंध्र प्रदेश के बाकी इलाकों छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के कुछ इलाकों में आगे बढ़ गया है. अगले 2 दिनों के दौरान


पूर्वोत्तर राज्यों के बाक़ी हिस्सों पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और सिक्किम में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. यह खबर भी पढ़ें- जिसका डर था वही हुआ! दिल्ली


में अब इन गाड़ियों को नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल, सरकार ने बदला नियम जून में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना  आईएमडी ने मंगलवार को कहा कि जून में भारत में सामान्य से ज्यादा बारिश होने


की संभावना है, जो दीर्घ अवधि के औसत का 108% है. मौसम विभाग ने कहा कि पूरे मानसून सीजन के दौरान देश में दीर्घ अवधि के औसत 87 सेंटीमीटर का 106% बारिश हो सकती है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पृथ्वी


विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने कहा कि इस सीजन में मानसून कोर ज़ोन में सामान्य से ज्यादा दीर्घ अवधि के औसत का 106% से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है. मानसून कोर ज़ोन में मध्य


प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उड़ीसा और आसपास के इलाके शामिल हैं. इस क्षेत्र में दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान अधिकांश बारिश होती है और यह खेती के लिए इस पर काफी हद तक निर्भर करता है.