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Patanjali News: आजकल हाई बीपी की समस्या आम हो चुकी है. हर तीसरा शख्स इस दवा का सेवन करने में जुटा हुआ है. बीपी में होने वाले बदलाव का तुरंत पता नहीं चल पाता है. इस दौरान सिर में दर्द और सांस
फूलने की समस्या आती है. हाई बीपी यानी हाइपरटेंशन इन दिनों एक गंभीर समस्या के तौर पर सामने आई है. बीपी को नियंत्रित करने के लिए लोग लगातार दवा को लेकर विवश हैं. एलोपैथिक पद्धति में हाई बीपी
की नियमित दवा लेनी होती है. इस दौरान आयुर्वेद में इस बीमारी का आसान इलाज है. Advertisment पतंजलि शोध संस्थान हरिद्वार ने अपनी रिसर्च में दावा किया है कि आयुर्वेदिक दवा दिव्य बीपी ग्रिट वटी
हाई बीपी की समस्या को नियंत्रित कर सकती है. इस दवा के सेवन से बीपी की परेशानी दूर हो सकती है. रिसर्च में दावा किया गया है कि यह दवा हाई और लो बीपी दोनों में कारगर है. आयुर्वेदिक डॉक्टर की
की देखरेख में रोजाना एक निर्धारित अवधि तक इसकी दवा लेने से बीपी नियंत्रित रहता है बल्कि यह बीमारी को खत्म भी करता है. दिव्य बीपी ग्रिट वटी के फायदे पतंजलि की रिसर्च में सामने आया है किे
दिव्य फार्मेसी की ओर से दिव्य बीपी ग्रिट वटी बीपी को नियंत्रित करने में कारगर है. इसके अलावा थकान और चक्कर की समस्या को भी दूर रखता है. इसके साथ ही यह दवा दिल की धड़कन में सुधार करने के
साथ चिंता न्यूरोसिस, भय और बेचैनी में भी काफी प्रभावी है. खास बात है कि इस दवा का किसी तरह का साइडइफेक्ट नहीं है. हाई बीपी का मरीज इसका आसानी से सेवन कर सकता है. दवा में आयुर्वेदिक तत्व
रिसर्च में ऐसा दावा किया गया है कि दिव्य बीपी ग्रीट वटी में अर्जुन, गोखरू, अनारदाना, लहसुन, दालचीनी और गुग्गल जैसे तत्व शामिल हैं. आयुर्वेद की इन जड़ी बूटियों में तय मात्रा को दवा में मिलाया
जाता है. यह दवा बीपी की समस्या में काफी कारगर है. इन दवाओं के सेवन से बीपी की समस्या को बहुत हद तक काबू में किया जा सकता है. इन सभी दवाओं को एक तय मात्रा में एक पद्धति के अनुसार दिव्यबीपी
ग्रीट वटी में मिलाया जाता है. कैसी होती ये दवा मरीज की हालत से तय होता है कि किस मरीज को कितनी और कब तक दवा लेनी है. यह आयुर्वेदिक डॉक्टर मरीज के निरीक्षण के बाद ही तय करते हैं कि कैसे दवा
देनी है. ऐसा दावा किया गया है कि बीपी के मरीज दवा की दो गोली सुबह के वक्त नियमित रूप से ले सकते हैं.