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भारत में कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए एक और कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है। वैक्सीन की कमी को देखते हुए सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने रुसी वैक्सीन स्पूतनिक V
(Sputnik V) के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी। आपको बता दें कि Sputnik V वैक्सीन लगभग 20 कोविड वैक्सीन में से पहला है जिसे देश में इमरजेंसी ट्रायल के लिए मंजूरी मिली है। करीब 850 मिलियन
खुराक की उत्पादन क्षमता के साथ Sputnik V कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
Sputnik V वैक्सीन को भारत में डॉ रेड्डी के साथ मिलकर तैयार किया गया है। रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने वैक्सीन के उत्पादन के लिए हैदराबाद स्थित डॉ रेड्डी, हेटेरो बायोफार्मा, ग्लैंड
फार्मा, स्टेलिस बायोफार्मा और विप्रो बायोटेक जैसी भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनियों के साथ करार किया है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जून तक ये वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
बता दें कि अभी देश में दो कोविड-19 वैक्सीन विकसित किए गए हैं। इनमें से एक कोविशील्ड है और दूसरा कोवैक्सीन। इसके अलावा Johnson & Johnson, (बायोलॉजिकल ई के साथ), Novavax (सीरम इंडिया के सहयोग
से), Zydus Cadila और भारत बायोटेक की इन्ट्रानेजल वैक्सीन भी लगभग तैयार हैं। अगर मंजूरी मिल गई तो जॉनसन एण्ड जॉनसन का वैक्सीन Bio E अगस्त तक उपलब्ध हो सकता है, Cadilla Zydus भी अगस्त में
वैक्सीन दे सकती है, जबकि Novavex (सीरम इंडिया) सितंबर तक और Nasal Vaccine (भारत बायोटेक) अक्टूबर तक उपलब्ध हो सकती है।
गौरतलब है कि देश में रविवार 11 अप्रैल से ‘टीका उत्सव’ की शुरुआत हुई है। इसके तहत रविवार शाम तक 27 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 टीके की खुराक दी गई। ये अभियान 14 अप्रैल तक चलेगा। दूसरी ओर
कई राज्य सरकारों ने वैक्सीन की कमी की शिकायत की है।