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ग्रामीण इलाकों से सब्जी न तो मंड़ी पहुंची और न फल आए। इसके चलते सब्जियों के दाम में वृद्धि आ गई है। By SAMEER DESHPANDE Edited By: SAMEER DESHPANDE Publish Date: Thu, 22 Apr 2021 05:15:11 PM
(IST) Updated Date: Thu, 22 Apr 2021 05:15:11 PM (IST) इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि । कोरोना संक्रमण का चक्र तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने शहर में जनता कर्फ्यू लगा रखा है। शासन और पुलिस ने
जनता कर्फ्यू के दूसरे दिन और सख्ती बढ़ा दी है। ग्रामीण इलाकों से सब्जी न तो मंड़ी पहुंची और न फल आए। यहां तक नगर निगम मंड़ियों में सब्जी विक्रेताओं को दुकान खोलने नहीं दे रहा है। सड़कों और
बाजारों में भीड़ न हो इसके लिए अधिकारियों ने सिर्फ ठेले को अनुमति दी है। इसके चलते सब्जियों के दाम में वृद्धि आ गई है। सप्ताहभर पहले जो सब्जियां 30-35 रुपये किलो मिल रही थीं, उनकी कीमत में
15-18 रुपयेे की बढ़ोतरी हुई है। जहां लौकी पहले 20 रुपये प्रति किलो मिल रही थी वहीं अब उसके लिए 40 रुपये लग रहे हैं। एक किलो अर्वी के लिए 50 की जगह अब 80 रुपये देने पड़ रहे हैं। गिलकी के
लिए 40 रुपये की जगह अब 60 रुपये लग रहे हैं। इसके अलावा ग्राहकों के लिए सुबह 11 बजे तक खरीदारी का समय रखा है। सब्जी विक्रेता संजय सैनी का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सख्ती होने से
वहां से सब्जियों की आवक कम हो गई है, इसलिए थोक विक्रेताओं ने सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैं। अब हम सीधे खेतों से सब्जियां ला रहे हैं। महेश मौर्य का कहना है कि अगले कुछ दिनों में सब्जियों के
दाम और बढ़ेंगे। लाकडाउन की वजह से शाजापुर, उज्जैन, बड़वानी, हातोद, गौतमपुरा से सब्जी कम हो गई है। ग्राहक विजय केंदूलकर ने बताया कि परिस्थितियों को देखते हुए सप्ताहभर की सब्जियां खरीद रहे
हैं। पहले जहां 300-400 रुपये में दस प्रकार की सब्जियां आती थी। वहीं अब उसके लिए 500 रुपये चुकाना पड़ रहे हैं।