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राजस्थान के कोटपूतली में एक पिकअप वाहन में भरी गीली लकड़ियों के पीछे छुपा था एक बड़ा वन अपराध। हाईवे पर वन विभाग की रूटीन जांच उस वक्त सनसनीखेज बन गई जब संदिग्ध वाहन को रोकने पर चालक ने
अधिकारियों से मारपीट कर दी और जब्तशुदा वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। Sachin Sharma लाइव हिन्दुस्तान, कोटपूतलीMon, 2 June 2025 05:53 PM Share Follow Us on __ राजस्थान के कोटपूतली में एक
पिकअप वाहन में भरी गीली लकड़ियों के पीछे छुपा था एक बड़ा वन अपराध। हाईवे पर वन विभाग की रूटीन जांच उस वक्त सनसनीखेज बन गई जब संदिग्ध वाहन को रोकने पर चालक ने अधिकारियों से मारपीट कर दी और
जब्तशुदा वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। हालांकि पुलिस की विशेष टीम ने आरोपी को चौंकाने वाले ढंग से गिरफ्तार कर लिया। वन अधिकारी हेमराज गुर्जर अपनी टीम के साथ नर्सरी पावटा का निरीक्षण कर लौट
रहे थे। तभी कंवरपुरा के पास एक सफेद पिकअप को संदिग्ध मानते हुए रोका गया। जब वाहन की तलाशी ली गई तो उसमें अवैध रूप से गीली लकड़ियों से भरा चिरान बरामद हुआ। अधिकारियों ने जैसे ही वाहन को राज
तहसील ले जाने की बात कही, चालक मौके से पिकअप लेकर सर्विस लेन से भाग खड़ा हुआ। वन विभाग की टीम ने थोड़ी दूर जाकर वाहन को दोबारा पकड़ लिया और उसे कोटपूतली रेंज कार्यालय परिसर में खड़ा कर दिया।
लेकिन यहां पर कहानी ने और टर्न लिया — आरोपी विजय कुमार पुत्र ग्यारसीलाल कुमावत (निवासी कंवरपुरा) ने वनकर्मियों से गाली-गलौच शुरू कर दी और हाथापाई करते हुए जब्त वाहन को जबरन भगाने की कोशिश
की। इस दुस्साहसिक हरकत से सरकारी कार्य में बाधा के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा हो गया। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम
गठित की, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा व डीएसपी राजेन्द्र कुमार बुरड़क के निर्देशन में कोटपूतली थानाधिकारी राजेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई की गई। इस टीम ने तकनीकी
और स्थानीय सूचना के आधार पर विजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया। विजय पर भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है, जिनमें सरकारी कार्य में बाधा, सार्वजनिक सेवक पर हमला, जब्तशुदा
संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और वन अधिनियम के तहत अवैध लकड़ी परिवहन शामिल है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या आरोपी किसी बड़े तस्कर गिरोह का हिस्सा है, और इस अवैध चिरान की सप्लाई चेन
किन-किन इलाकों तक फैली हुई है। वन विभाग ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता बताया है और चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पुलिस का कहना है कि आरोपी से
पूछताछ जारी है और जल्द ही अन्य सहयोगियों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है