बच्चे की चाहत में कातिल बन गई महिला, तांत्रिक के चक्कर में पड़कर तीन साल के बच्चे की चढ़ा दी बलि 

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देश की राजधानी में बच्चे की चाहत में अंध विश्वास में तांत्रिक के चक्कर में आकर एक महिला ने पड़ोसी के तीन साल के मासूम बच्चे की बलि देने के लिए गला घोंटकर हत्या कर दी। महिला ने हत्या के बाद


बच्चे के... देश की राजधानी में बच्चे की चाहत में अंध विश्वास में तांत्रिक के चक्कर में आकर एक महिला ने पड़ोसी के तीन साल के मासूम बच्चे की बलि देने के लिए गला घोंटकर हत्या कर दी। महिला ने


हत्या के बाद बच्चे के शव को बोरे में बंद कर उसे पड़ोस के छत पर फेंक दिया। बच्चे के नहीं मिलने पर परिजनों ने पुलिस को जानकारी तो मामले का खुलासा हुआ। दिल दहला देने वाली यह वारदात दिल्ली के


बुध विहार इलाके की है। पुलिस ने जांच के बाद पड़ोसी के छत से बच्चे का शव बरामद कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। उधर वहीं मारे गए बच्चे के घर में घटना के बाद से कोहराम मचा हुआ है।


परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। आसपास के लोग भी घटना को लेकर सकते में हैं। डीसीपी प्रणव तायल ने बताया कि गिरफ्तार 25 वर्षीय महिला नीलम गुप्ता मूलत: यूपी के हरदोई इलाके में गांव


सुंदाबल की निवासी है। वह अपने पति पंकज गुप्ता के साथ रिठाला गांव में रहती थी। शादी के आठ साल होने के बाद भी उसे कोई बच्चा नहीं था। इसके लिए उसने हरदोई में एक तांत्रिक से मुलाकात कर उससे उपाए


पूछा था। इस पर तांत्रिक ने उसे एक बच्चे की बलि देने के लिए कहा था। बच्चे की चाहत में इस महिला ने अंध विश्वास में इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। जानकारी के मुताबिक शनिवार शाम पुलिस को


रिठाला गांव के गली नंबर-18 निवासी तीन साल के बच्चे पीयूष गुप्ता के लापता होने की सूचना मिली। पुलिस को दी गई शिकायत में बच्चे के पिता दयाराम गुप्ता ने बताया कि उनका बेटा पीयूष छत पर मौजूद था।


इसके बाद वह कैसे गायब हो गया, पता नहीं चला। जबकि वह छत से नीचे भी नहीं आया था। पुलिस ने मामले की जांच के लिए बच्चे की आसपास तलाश शुरू का दी। ऐसे में मिला बच्चे का सुराग तलाशी अभियान के


दौरान पुलिस को पड़ोस की छत पर एक बोरा पड़ा मिला। जिस तरह से दीवार के सहारे उस बोरे को रखा गया था, उसे देखकर पुलिस को कुछ शक हुआ तो बोरा को खोला गया। उसमें बच्चे पीयूष का शव मिला। उसकी गर्दन


पर निशान थे। शव मिलने के बाद वहां दहशत फैल गया। पुलिस ने फिर उस मकान में रहने वाले लोगों और पड़ोसियों ने पूछताछ शुरू की तो यह पता चला कि बच्चा आखिरी बार पड़ोस के मकान में पांचवीं मंजिल पर


रहने वाली नीलम के साथ देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने नीलम से पूछताछ की तो वह पहले तो इस मामले को लेकर अंजान बनने की कोशिश की लेकिन सख्ती बरतने पर वह टूट गई और उसने हत्या करने की बात स्वीकार


कर ली तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बच्चा नहीं होने के ताना से परेशान थी महिला, पूजा कर घोंटा गला बच्चे की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार की गई महिला नीलम की वर्ष- 2013 में पंकज नाम के


शख्स से शादी हुई थी। लेकिन शादी के करीब आठ साल बीत जाने के बाद भी उसे बच्चा नहीं हुआ। इस बात को लेकर वह काफी परेशान रहती थी। उपर से ससुराल वाले और रिश्तेदार उसे बच्चा नहीं होने पर ताना भी


मारते थे। उसने काफी इलाज भी कराया, लेकिन उसे बच्चे का सुख नहीं मिला तो वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गई। इसके बाद उसने तंत्र-मंत्र का सहारा भी लेना शुरू किया। इस क्रम में ही करीब चार साल


पहले वह हरदोई गई थी। जहां उसने एक तांत्रिक से मुलाकात की थी। उस तांत्रिक ने महिला को अपना बच्चा पाने के लिए एक बच्चे की बलि देने का सुझाव दिया था। हालांकि वह इसके लिए पहले तो तैयार नहीं थी।


वह चाहती थी कि वह किसी बच्चे को गोद ले ले। इसके लिए भी उसने काफी प्रयास किया। लेकिन जब बच्चे को गोद लेना संभव नहीं हुआ तो उसने फिर तांत्रिक वाले उपाय को करने का फैसला किया। इसके लिए उसने कुछ


दिनों तक आसपड़ोस के बच्चों को देखा फिर यह तय किया कि वह अपने पड़ोसी के बच्चे की बलि देगी। इसके लिए ही वह उस बच्चे और उसके परिवार के लोगों से रोज मिलती-जुलती थी। ताकि कोई उसपर शक न करे।


रिश्ता अच्छा होने के कारण बच्चे का भी उसके घर आना-जाना था। लेकिन वह ऐसा कुछ नहीं करना चाहती थी, जिससे कोई उस पर शक करे। लिहाजा वह बच्चे को अकेला पाने की फिराक में जुट गई। शनिवार को उसने


बच्चे को छत पर अकेले देखा तो वह तत्काल उसकी बलि देने मे जुट गई। आनन-फानन में वह बच्चे के पास गई, उसे अपने साथ कमरे में ले गई और पूजा करने के बाद उसका गला घोंट दिया। महिला के घर आखिरी बार


देखने पर हुआ शक पुलिस ने बताया कि पीयूष की तलाश के दौरान यह पता चला कि वह छत पर था। इसके बाद वह आरोपी महिला के साथ देखा गया था। फिर उसका कुछ पता नहीं चला कि वह कहां गया। इसके बाद एक तरफ जहां


महिला से पूछताछ शुरू की गई, वहीं घटनास्थल व आसपास के घरों और छत पर जाकर हालात का जायजा लेना शुरू किया गया। इस क्रम में ही पुलिस को पड़ोस की छत पर दीवार के सहारे एक संदिग्ध बोरा दिखाई दिया,


जिससे संदेह पैदा हुआ और बोरा की जांच करने पर उसमें बच्चे का शव रखा मिला। महिला के घर पर पूजा के साक्ष्य मिले वहीं पुलिस ने जब महिला के घर की तलाशी ली तो पूजा पाठ किए जाने के साक्ष्य मिले। इस


बीच आसपास के लोगों से भी पूछताछ की गई तो यह पता चला कि महिला की शादी के काफी अरसा बीत जाने के बाद भी उसे बच्चा नहीं है। जिससे शक और गहरा गया। फिर पुलिस ने पहले उसके पति से पूछताछ की। इसके


बाद महिला से सख्ती से पूछताछ की गई तो आखिरकार उसने यह खुलासा किया कि बच्चा नहीं होने से वह काफी परेशान रहती है। इसलिए उसने तांत्रिक के सुझाव पर बच्चे की बलि देने के लिए उसे मार डाला।