यूक्रेन चार जगहों से वापस बुलाए अपनी सेना, तभी होगा युद्धविराम; रूस ने रख दी शर्त

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यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने किया, जबकि रूसी प्रतिनिधिमंडल व्लादिमीर पुतिन के करीबी सहयोगी व्लादिमीर मेदेंस्की के नेतृत्व में बैठक में शामिल हुआ। तुर्किये


के विदेश मंत्री ने सिरागन पैलेस में वार्ता की अध्यक्षता की। Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानMon, 2 June 2025 11:08 PM Share Follow Us on __ रूस ने यूक्रेन के साथ युद्धविराम को लेकर शर्त रख दी


है। मॉस्को ने कहा कि वह तभी पूरी तरह सीजफायर पर सहमत होगा, जब यूक्रेन अपनी सेनाओं को उन चार क्षेत्रों से वापस बुला लेगा जिन पर रूस का आंशिक नियंत्रण है। रूसी राज्य समाचार एजेंसियों की ओर से


सोमवार को प्रकाशित समझौता दस्तावेज से यह जानकारी सामने आई है। इसके अनुसार, यह मांग इस्तांबुल में दूसरी दौर की वार्ता के दौरान यूक्रेन को सौंपी गई थी। डॉक्युमेंट में रूस ने डोनेट्स्क,


लुगांस्क, जापोरिज्जिया और खेरासन पर अपने अधिकतम दावों की पुष्टि की है। ये भी पढ़ें:1971 के योद्धाओं जैसा सम्मान, शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के लिए ऐलान ये भी पढ़ें:यूक्रेन की


सदस्यता को लेकर दो हिस्सों में बंटा नाटो, समर्थन में आए यह देश इस बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ आंद्रेई यरमक ने सोमवार को कहा कि रूस युद्धविराम नहीं चाहता और इसे शांति की दिशा में


मजबूर करने के लिए नए प्रतिबंधों की तत्काल आवश्यकता है। यरमक ने यह टिप्पणी मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर की, जो इस्तांबुल में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों के बीच शांति वार्ता समाप्त


होने के कुछ घंटों बाद आई। उन्होंने लिखा, 'रूसी हरसंभव कोशिश कर रहे हैं कि गोलीबारी न रुके और युद्ध जारी रहे। नए प्रतिबंध अब बहुत महत्वपूर्ण हैं।' प्रतिनिधिमंडलों के बीच नए दौर की


शांति वार्ता रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच नए दौर की शांति वार्ता सोमवार को तुर्किये में हुई। बैठक एक घंटे से कुछ अधिक समय तक चली। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और


रूसी सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। जेलेंस्की ने लिथुआनिया के विनियस में कहा कि दोनों पक्षों ने तुर्किये के माध्यम से दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया और हम नए सिरे से युद्धबंदियों की


अदला-बदली की तैयारी कर रहे हैं। शांति वार्ता में रूस और यूक्रेन युद्ध में मारे गए 6,000 सैनिकों के शवों की अदला-बदली करने पर भी सहमत हुए हैं। जेलेंस्की ने कहा कि 16 मई को हुई पिछली दौर की


वार्ता के बाद दोनों पक्षों के 1,000 बंदियों की अदला-बदली हुई थी। जेलेंस्की के कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने कहा कि यूक्रेन ने रूस को उन बच्चों की एक आधिकारिक सूची भी सौंपी है, जिनके बारे


में कहा गया कि उन्हें जबरन निर्वासित किया गया था और उन्हें वापस किया जाना चाहिए।