World cup 1992 : संन्यास के बाद लौटे इमरान खान ने पाकिस्तान को बनाया 'क्रिकेट का बादशाह' 

feature-image

Play all audios:

Loading...

ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में खेले गए वर्ल्ड कप ने क्रिकेट को रंगों में सरोबार कर दिया। इस टूर्नामेंट में कई तकनीकी बदलाव किए गए जो वनडे क्रिकेट में मील का पत्थर साबित


हुए। दुनिया... ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में खेले गए वर्ल्ड कप ने क्रिकेट को रंगों में सरोबार कर दिया। इस टूर्नामेंट में कई तकनीकी बदलाव किए गए जो वनडे क्रिकेट में मील का


पत्थर साबित हुए। दुनिया के महानतम ऑलराउंडरों में शुमार इमरान खान ने संन्यास के बाद वापसी की और पाकिस्तान को पहली बार 1992 में विश्व कप खिताब दिलाया था। वर्ल्ड कप 1992 में इस बार फाइनल में एक


बार फिर से इंग्लैंड की टीम पहुंची। पाकिस्तान ने इमरानाखान की कप्तानी में पहली बार वर्ल्ड कप जीत कर वर्ल्ड क्रिकेट को अपनी ताकत बताई। WORLD CUP 2019: इन 10 खिलाड़ियों का आखिरी हो सकता है ये


वर्ल्ड कप मार्टिन क्रो का नया प्रयोग न्यूजीलैंड के कप्तान मार्टिन क्रो ने नया प्रयोग किया और नई गेंद से स्पिनर को गेंदबाजी कराई। टीम को इससे काफी फायदा मिला और उसने सेमीफाइनल में जगह बनाई।


न्यूजीलैंड ने टूर्नामेंट में सिर्फ दो मैच हारे और दोनों में उसे पाक ने शिकस्त दी।  वसीम अकरम ने इंग्लैंड का सपना तोड़ा फाइनल में पाकिस्तान का मुकाबला इंग्लैंड से था जो तीसरी बार विश्व कप के


फाइनल में पहुंचा था। पाक ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 249 रन बनाए। कप्तान इमरान खान ने 72 रन की अहम पारी खेली। लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 49.2 ओवर में 227 रन पर सिमट


गई। वसीम अकरम ने तीन विकेट झटके और इंग्लैंड का पहली बार चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया।  ICC WORLD CUP 2019: जानें, किस देश ने कितनी बार जीता खिताब डकवर्थ-लुइस विवाद इस वर्ल्ड कप में


दक्षिणअफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल में डकवर्थ-लुइस नियम का पहली बार प्रयोग किया गया। बारिश से जब मैच रुका तब द. अफ्रीका को 13 गेंद पर 22 रन चाहिए थे। 12 मिनट बाद जब मैच शुरू हुआ


तब द.अफ्रीका को एक गेंद पर 22 रन का लक्ष्य मिला। इस नियम का काफी आलोचना हुई। सचिन तेंदुलकर का आगाज मोहम्मद अजहरुद्दीन की कमान में भारत का विश्व कप में प्रदर्शन बेहद ही शर्मनाक रहा और उसने आठ


में से सिर्फ दो मैच जीते। लेकिन इस टूर्नामेंट में युवा बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने सभी का ध्यान खींचा, जो पहली बार विश्व कप में शिरकत कर रहे थे।  आईसीसी वर्ल्ड कप 1992 मेजबान-


ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड टीमें- 9 मैच- 39 चैंपियन- पाकिस्तान बदला वर्ल्ड कप का रंग इस वर्ल्ड कप में पहली बार सभी टीमें रंगीन कपड़े पहन का उतरी थीं। पहली बार लाल रंग की बजाय सफेद रंग की गेंद से


मुकाबले खेले गए। फ्लड लाइट में वर्ल्ड कप के मुकाबले खेले गए। साथ ही काली साइट स्क्रीन का इस्तेमाल किया गया। दक्षिण अफ्रीका 1970 में लगे बैन के बाद पहली बार वर्ल्ड कप खेला।