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स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग अब खराब रिजल्ट वाले जिलों के साथ-साथ स्कूलों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। 60 फीसदी से कम रिजल्ट वाले संस्थानों से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। Pankaj Vijay
लाइव हिन्दुस्तान, हिन्दुस्तान ब्यूरो, रांचीMon, 2 June 2025 03:46 PM Share Follow Us on __ झारखंड एकेडमिक काउंसिल के इंटरमीडिएट साइंस और कॉमर्स का परिणाम जारी हो चुका है। कई जिलों का जहां
प्रदर्शन बेहतर रहा है, वहीं कई जिले निचले पायदान पर रहे। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग अब खराब रिजल्ट वाले जिलों के साथ-साथ स्कूलों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। खराब रिजल्ट वाले
तीन से पांच जिले और 60 फीसदी से कम रिजल्ट वाले संस्थानों से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। जिलों को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया जाएगा और किन कारणों से परिणाम खराब हुआ है, यह भी देखा
जाएगा। शिक्षकों और संसाधनों के बावूजद अगर छात्र-छात्रा असफल हुए होंगे तो संबंधित स्कूलों के प्राचार्य या प्रभारी प्रधानाध्यापक पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। साइंस में सबसे खराब खूंटी का
60.81 प्रतिशत, दुमका का 65.02 प्रतिशत और सरायकेला का 68.44 प्रतिशत रिजल्ट रहा है, जबकि 13 जिले ऐसे हैं, जहां का परिणाम 71 फीसदी से 79 फीसदी रहा है। वहीं, कॉमर्स में सबसे खराब गोड्डा का 84.66
प्रतिशत और दुमका का 84.91 प्रतिशत परिणाम रहा है, जबकि गढ़वा, सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम, देवघर और साहिबगंज का परिणाम 86 फीसदी से 90 फीसदी के अंदर रहा है। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने
पिछले दिनों ही सीबीएसई के 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस को शो-कॉज नोटिस जारी किया है। इसमें 10वीं के 19, 12वीं साइंस में 19, कॉमर्स में 10 और
आर्ट्स में नौ सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस को नोटिस जारी किया गया है। शिक्षा विभाग अगले सप्ताह पहले मैट्रिक के परीक्षा परिणाम के लिए स्कूलों को नोटिस जारी करेगा। इसके बाद इंटरमीडिएट साइंस का
परिणाम आने के बाद प्लस टू स्कूलों, कॉलेजों व संस्थानों से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा।