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चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव हर हाल में ‘फ्री एंड फेयर‘कराया जाएगा। एक-एक बूथ व मतदाता को सुरक्षा दी जाएगी। इसके लिए जरूरत के मुताबिक प्रत्येक जिले में सुरक्षा बल को
तैनात... चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव हर हाल में ‘फ्री एंड फेयर‘कराया जाएगा। एक-एक बूथ व मतदाता को सुरक्षा दी जाएगी। इसके लिए जरूरत के मुताबिक प्रत्येक जिले में
सुरक्षा बल को तैनात किया जाएगा। सोमवार को मुजफ्फरपुर के दौरे पर आए उप निर्वाचन आयुक्त ने तिरहुत, कोसी व दरभंगा प्रमंडल में चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी संवेदनशील बूथ
व आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े मतदाताओं को सुरक्षा देने का आदेश दिया। उप निर्वाचन आयुक्त चंद्र भूषण कुमार और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच आर श्रीनिवास ने बखरी स्थित एक होटल के सभागार में
तीनों प्रमंडल में हो रही चुनाव तैयारी की समीक्षा की। तीनों प्रमंडल के 12 जिलों के अधिकारियों ने पीपीटी के माध्यम से आयोग को अपनी तैयारी से अवगत कराया। बैठक में उप निर्वाचन आयुक्त ने सभी
अधिकारियों से कहा कि फ्री व फेयर चुनाव के लिए आवश्यक है कि मतदाता भयमुक्त हों और मतदाताओं को भरोसा दिलाने के लिए हर आवाश्यक कदम उठाये जाएं। उन्होंने कहा कि सभी संवेदनशील बूथ व कमजोर वर्ग के
मतदाताओं की सुरक्षा की फुल प्रूफ योजना बनाएं। हर बूथ पर बहाल करें मूलभूत आवश्यकताएं आयेाग ने समीक्षा में शामिल अधिकारियों को कहा कि प्रत्येक बूथ पर मूलभूत आवश्यकताओं को बहाल करें। इनमें
बूथों पर बिजली, पीने का पानी, शेड, शौचालय और रैम्प के अलावा दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर की उपलब्धता शामिल है। इसके साथ ही आयोग ने कोविड 19 को लेकर निर्देश दिया कि सभी मतदान
कर्मी आयोग की गाइडलाइन का पालन करेंगे और इसके लिए सभी सुविधाएं पहले ही जुटा ली जाए। मतदाताओं को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कतारबद्ध करने और बड़े बूथों पर एंट्री व एक्जिट के लिए अलग-अलग दरवाजा
निर्धारित करने का निर्देश दिया। साथ ही कतार में खड़े होने के लिए जमीन पर मार्किंग अनिवार्य रूप से कराने का आदेश आयोग ने अधिकारियों को इस बैठक में दिया। स्वीप कोषांग करें सक्रिय, सोशल मीडिया
का लें सहारा चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए आयोग ने अधिकारियों को खास निर्देश दिया। उप निर्वाचन आयुक्त व मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वीप कोषांग को
पूरी तरह सक्रिय करें। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका, आशा कार्यकता समेत तमाम संसाधनों का उपयोग करें। जागरूकता अभियान से जुड़ी सभी गतिविधियों को सोशल
मीडिया पर भी शेयर करें। उन्होंने इसके लिए पूर्व के चुनावों के डेटा के आधार पर रणनीति बनाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। संवेदनशील बूथ, वारंट तामिला, कुर्की आदि का ब्योरा तलब समीक्षा के
दौरान आयोग ने अधिकारियों से संवेदनशील बूथों व उनपर सुरक्षा बल की तैनाती के प्रस्ताव की भी रिपोर्ट ली। इसके बाद सभी जिलों से बारी-बारी से उनके यहां लंबित वारंट, कुर्की जब्ती व धारा 307 के तहत
हुई कार्रवाई के संबंध में भी जानकारी ली। सभी जिलों से चुनाव अपराध में दर्ज मुकदमों की स्थिति पर भी आयोग ने रिपोर्ट तलब किया व जिला व पुलिस प्रशासन को अदालतों से सहयोग लेकर इन मामलों के जल्द
निपटारे का आदेश दिया। बड़ी संख्या में लंबित वारंट व कुर्की के मामलों पर आयोग ने चिंता जताई और इन मामलों पर जल्द कार्रवाई का निर्देश दिया। बैठक में भारतीय सूचना सेवा के शरद चंद्र, व्यय
निदेशक पंकज श्रीवास्तव, तिरहुत, कोसी व दरभंगा प्रमंडल के आयुक्तों के अलावा आईजी, सभी डीएम, एसएसपी, एसपी व सभी उपनिर्वाचन अधिकारी उपस्थित थे।