कलश स्थापन के साथ वासंतिक नवरात्र शुरू

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प्रतिपदा तिथि और अभिजीत मुहूर्त्त में कलशस्थापन के साथ ही वासंतिक नवरात्र की शुरुआत रविवार को भक्तिमय वातावरण में हो... प्रतिपदा तिथि और अभिजीत मुहूर्त्त में कलशस्थापन के साथ ही वासंतिक


नवरात्र की शुरुआत रविवार को भक्तिमय वातावरण में हो गयी। इस अवसर पर अम्बिकानगर स्थित मां पराम्बा शक्तिपीठ,मीना बाजार दुर्गा मंदिर,चांदमारी चौक दुर्गा मंदिर तथा नगर के कचहरी चौक स्थित मां


जगदम्बा आनंदधाम मंदिर,छतौनी बउधी माई दुर्गा मंदिर तथा धर्मसमाज चौक स्थित दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा के पहले रूप शैलपुत्री की पूजा के साथ अन्य देवी देवताओं की पूजा की गयी। मुख्य कार्यक्रम


कचहरी चौक स्थित मां जगदम्बा आनंदधाम मंदिर में आयोजित है। जहां नवरात्र अवधि में अखण्ड सप्तशती का पाठ चल रहा है। सप्तमी से नवमी तक विशेष पूजा अर्चना का कार्यक्रम तय किया गया है। दुर्गा सप्तशती


के पाठ से भक्तिमय बना वातावरण : वासंतिक नवरात्र को लेकर घरों और दुर्गा मंदिरों में सप्तशती का पाठ आरंभ हो गया है। आचार्यों के अनुसार सप्तशती के पाठ से सामूहिक कल्याण, पापनाश, भयनाश,


विश्वरक्षा,महामारी नाश, आरोग्य व सौभाग्य प्राप्ति तथा सभी प्रकार के बाधाओं की शांति होती है। दुर्गा सप्तशती के प्रथम चरित्र, मध्यम चरित्र तथा उत्तम चरित्र के माध्यम से


क्रमश:महाकाली,महासरस्वती तथा महालक्ष्मी की उपासना की जाती है। इससे सभी मनोकामनाओं की पूर्ति सहित धर्म,अर्थ तथा मोक्ष आदि की प्राप्ति होती है। सभी मनोकामनाओं की होती है पूर्ति सम्पूर्ण


मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाली सृष्टि ,स्थिति और संहार कार्यों में संलग्न सभी प्राणियों और देवताओं की जननी ,सगुण,निर्गुण तथा कल्याणमय विग्रह स्वरुप सत,रज और तम आदि गुणों से परे मां भगवती की


पूजा व उपासना करने का विधान है। आचार्यों के अनुसार, मां दुर्गा की पूजा जिस कामना से की जाती है ,उसकी सिद्धि अवश्य होती है। अरेराज मंदिर में उमड़ रहे श्रद्धालु : गोविन्दगंज । चैत नवरात्र के


पहले दिन शैलपुत्री की पूजा की गई। पूजा स्थलों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। अरेराज के पार्वती मंदिर, दुर्गा मंदिर, हरदिया के जलपा भवानी मंदिर, रढिया माई स्थान, सेवराहां मसान माई मंदिर


एवं चंडी स्थान के चंडी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। श्रद्धा भक्ति के साथ हिंदू धर्मावलंबी स्वच्छता ,पवित्रता के साथ मां की पूजा श्रद्धा भक्ति से कर रहे हैं। (एसं)