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गर्भपात के दौरान एक फर्जी नर्सिंग होम में महिला की मौत के मामले को प्रमुखता से उठाते हुए हिंदुस्तान ने पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाया था। लगातार तीन
दिनों तक... Malay Ojha अररिया। हिंदुस्तान टीम, Sun, 1 Sep 2019 12:31 PM Share Follow Us on __ गर्भपात के दौरान एक फर्जी नर्सिंग होम में महिला की मौत के मामले को प्रमुखता से उठाते हुए
हिंदुस्तान ने पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाया था। लगातार तीन दिनों तक इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद प्रशासन शनिवार को आखिरकार हरकत में आ गया है।
अररिया सदर एसडीओ रोजी कुमारी स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम लेकर आजाद नगर के पीछे स्थित उस नर्सिंग होम में पहुंची। जहां की हालत देखकर टीम भी हैरान थी। नर्सिंग होम में कोई डॉक्टर या स्टॉफ
घटना वाले दिन से ही नहीं है। अधिकारी भी इस बात को स्वीकार रहे हैं कि आखिर ऐसे कथित नर्सिंग होम कैसे शहर के बीचों बीच चल रहे हैं। एसडीओ ने इस फर्जी नर्सिंग होम को सील करने का आदेश दिया है।
सील करने की कार्रवाई नगर थाना पुलिस कर रही है। साथ ही उस मकान के मालिक की भी तलाश शुरू हो गई है जिससे यहां फर्जी नर्सिंग होम चलाने के लिए मकान दिया है। स्वास्थ्य विभाग के एसएमओ डॉ एमपी
गुप्ता ने कहा कि अब इस तरह के जितने फर्जी नर्सिंग होम चल रहे हैं उसको सील करने की कार्रवाई शुरू की जा रही है। इसके लिए कमेटी बनाई जा रही है और इसके लिए हाई लेबल मीटिंग जल्द होगी। प्रशासन की
इस कार्रवाई से जिले में बिना सुविधा और जायज डॉक्टर के चल रहे नर्सिंग होम के संचालकों में हड़कंप मच गया है। गौरतलब है कि बुधवार को ओमनगर की एक महिला की मौत गर्भपात के दौरान हो गई थी। पुलिस,
स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन सबकी मौन सहमति के कारण दलालों ने मृतका के गरीब परिजनों को पैसे देकर केस करने से मना कर दिया था। इसको लेकर हिंदुस्तान ने प्रमुखता से खबर छापी थी। जिसमें सवाल उठाया
गया था कि तय मापदंड के बिना गर्भपात कराने गैर कानूनी है तो उसकी दौरान हुई मौत के बाद भी केस क्यों नहीं दर्ज किया गया। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया।