ज्योतिष के हिसाब से बूंदी के लड्डू का शनि ग्रह से क्या है कनेक्शन, जानिए

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हिंदू धर्म में होने वाले तमाम पूजा-पाठ में मिठाइयों का प्रसाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। प्रसाद के बारे में आमतौर पर यह कहा जाता है कि इसकी लालच से बच्चे भी पूजा में शामिल होते हैं।


हालांकि पूजा के बाद मिलने वाले प्रसाद का लाभ बहुत ही व्यापक है। आपने आमतौर पर पूजा-पाठ में बूंदी के लड्डू का इस्तेमाल होते देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बूदीं के लड्डू का आपकी कुंडली


के ग्रहों की दशा व दिशा से भी गहरा कनेक्शन है। यदि नहीं तो आज हम आपको इसी बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि बूंदी के लड्डू से जुड़े किन टोटकों का


आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है और इसके क्या फायदे बताए गए हैं। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो बूंदी के लड्डुओं में नवग्रह को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। ऐसा कहा जाता है कि बूंदी के लड्डू


के पीले रंग, इसके गोल-गोल आकार और इसकी मिठास से कुंडली के अलग-अलग ग्रह प्रभावित होते हैं। बता दें कि शनि ग्रह को मजबूत करने के लिए बूंदी के लड्डू से जुड़ा एक टोटका भी इस्तेमाल किया जाता है।


इसके मुताबिक तेल लगी हुई रोटी पर बूंदी के लड्डू रखकर काली गाय को खिलाना चाहिए। बूंदी के लड्डू से जुड़े टोटके का इस्तेमाल मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए भी किया जाता है। इसके तहत मंगलवार और


शनिवार को बूंदी का लड्डू हनुमान जी को चढ़ाना चाहिए। इसके बाद इस लड्डू को मंदिर आए लोगों में बांट देना चाहिए। इसके अलावा तुलसी के पत्तों के साथ बूंदी का लड्डू हनुमान जी के चरणों में अर्पित


करने की बात भी कही गई है। कहा जाता है कि ऐसा करने से जरूरी कामों में आने वाली रुकावटें समाप्त हो जाती हैं। व्यक्ति को अपने प्रयासों में सफलता मिलने लगती है।