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जया किशोरी (Jaya Kishori) एक जानी मानी कथाकार हैं। कथाओं के अलावा जया किशोरी को उनकी मोटिवेशनल स्पीच के लिए भी जाना जाता है। इनके भजन भी काफी पसंद किये जाते हैं। यूट्यूब पर मौजूद इनके भजनों
पर लाखों-करोड़ों की संख्या में व्यूज हैं। जया किशोरी भगवान कृष्ण की भक्त हैं। इन्होंने कृष्ण भगवान को समर्पित कई भक्ति गीत भी गाएं हैं। जया किशोरी खुद को साध्वी नहीं मानती। ये बात उन्होंने
कई बार इंटरव्यू के दौरान कही है कि वे कोई साध्वी नहीं बल्कि एक आम लड़की की तरह ही हैं। जिनकी भगवान में असीम आस्था है और वे अपने भक्तों को भी ईश्वर की भक्ति करने की प्रेरणा देती हैं। 7 साल की
छोटी सी उम्र में इन्होंने अपने लिए आध्यात्म का मार्ग चुना और अपनी एक अलग पहचान बनाई। ये मुख्य रूप से श्रीमद भागवत कथा और नानी बाई को मायरा पर आधारित कथाएं करती हैं। आज देश ही नहीं बल्कि
विदेशों में भी इनके भक्त मौजूद हैं। कम उम्र में ही अपनी अलग पहचान बनाने वाली जया किशोरी के बारे में आज इंटरनेट पर खूब सर्च किया जाता है। लोग इनकी पर्सनल लाइफ के बारे में भी जानने के काफी
इच्छुक रहते हैं। संस्कार टीवी को दिए इंटरव्यू के दौरान जया किशोरी से जब पूछा गया कि उन्हें खाना बनाना आता है या नहीं? तो इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें ज्यादा कुछ बनाना नहीं आता। क्योंकि उसके
लिए आपको सीखना पड़ता है जिसके लिए उनके पास समय नहीं है। लेकिन जया को तरह तरह की डिशेज बनाना पसंद है। जैसे किसी के बर्थडे पर केक बनाना, कॉर्न टोस्ट इसी तरह की छोटी छोटी चीजें जया बना लेती
हैं। [embedded content] इसी पर आगे जया किशोरी आगे बताती हैं कि एक बार उन्हें तब खाना बनाना पड़ा था जब उनकी मां की तबीयत खराब थी। उस दौरान उनके घर के हेल्पर नहीं आए थे। तब पहली बार जया किशोरी
को एक साथ 20 रोटियां बनानी पड़ी थी। फिर उसके बाद उन्हें खाना बनाने का मौका नहीं मिला। [embedded content] आपको बता दें कि जया किशोरी ऐसे परिवार में पली बढ़ीं जहां उन्होंने शुरू से ही भक्ति
का माहौल देखा। जानकारी अनुसार इनके दादा दादी ने इनके आध्यात्मिक मार्ग को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राजस्थान के एक ब्राह्मण परिवार में जन्मीं जया किशोरी तब सुर्खियों में आईं,
जब उन्होंने मात्र 9 साल की उम्र में शिव-तांडव स्त्रोत्म, रामाष्टकम्, लिंगाष्टकम् समेत कई स्त्रोतों का वाचन किया।