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मशहूर आध्यात्मिक गुरु भैय्यूजी माहाराज ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। भैय्यू जी महाराज ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में खुद को गोली मारा। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां
डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अभी तक घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। भैय्यू जी महाराज की मौत की खबर आते ही मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक की सुर्खियां बन गई। उन्हें जानने वालों
को यकीन नहीं हो रहा कि आखिर वो आत्महत्या कैसे कर सकते हैं। बता दें कि भैय्यूजी महाराज सोशल मीडिया पर काफी सक्रीय रहते थे। सबसे हैरानी वाली बात तो ये है कि 1 बजकर 57 मिनट पर भैय्यूजी महाराज
के ट्विटर अकाउंट से आखिरी ट्वीट हुआ और 2 बजकर 40 मिनट पर खबर आई कि उन्होंने खुद को गोली मार ली है। अपने आखिरी ट्वीट में भैय्यूजी महाराज ने लोगों को मासिक शिवरात्रि का महत्व बताते हुए बधाई दी
थी। > 'मासिक शिवरात्रि' को > 'महाशिवरात्रि' कहते हैं। > दोनों पंचांगों में यह > चन्द्र मास की नामाकरण > प्रथा है, जो इसे अलग-अलग > करती है। मै सभी
भक्तगणों > को इस पवन दिवस की बधाई एवं > शुभकामनाये देता हु. > pic.twitter.com/PrBf0rw5ZV > > — Bhaiyyuji Maharaj (@bhaiyujimaharaj) June 12, 2018 फेसबुक पर भी भैय्यूजी महाराज
मंगलवार को मौत की खबर आने से कुछ समय पहले तक एक्टिव थे। उन्होंने 1 बजे के लगभग किये हुए अपने आखिरी पोस्ट में कृषि, जल स्त्रोत और किसानों की समस्याओं पर पोस्ट लिखा था। इससे पहले आज ही
उन्होंने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को जन्मदिन की बधाई देते हुए उनके साथ अपनी तस्वीर भी साझा की थी। बता दें कि मध्य प्रदेश में भैय्यू जी महाराज को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त था। कुछ
वक्त पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। भैय्यू महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख है। वह कपड़ों के एक ब्रांड के लिए कभी मॉडलिंग भी कर चुके हैं।
भैय्यू महाराज का देश के दिग्गज राजनेताओं से संपर्क था। हालांकि वह शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे। भैय्यू जी महाराज तब चर्चा में आए थे जब 2011 में अन्ना हजारे के अनशन को खत्म
करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने उन्हें अपना दूत बनाकर भेजा था। इसी के बाद ही अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था।