थारू समाज के लोगों का बयान दर्ज करने पहुंची जांच टीम -

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संसू, श्रावस्ती : सिरसिया थाना क्षेत्र के आदिवासी थारू बाहुल्य गांवों में अवैध शराब निर्माण पर अंकुश लगाने के बहाने कहर बरपा रही पुलिस के मामले का एसपी ने संज्ञान लिया है। घटना की जांच के


लिए टीम गठित की गई है। जांच टीम के सदस्य सीओ भिनगा हौसला प्रसाद व भिनगा कोतवाल देवेंद्र पांडेय ने बुधवार को कटकुइंया कला गांव पहुंचकर ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। सिरसिया थाना क्षेत्र में


पहाड़ व जंगल के बीच लगभग 14 आदिवासी थारू समाज के लोगों का गांव है। यहां लगभग 20 हजार की आबादी निवास करती है। ऐसा बताया जाता है कि थारू गांवों में अधिकांश घरों में कच्ची शराब बनाई जाती है। इस


पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस व आबकारी टीम आए दिन छापामारी भी करती है। कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान यह गांव सिरसिया थाने की पुलिस के निशाने पर आ गए। इस दौरान शराब निर्माण पर


अंकुश के बहाने गांवों की महिलाओं व युवतियों के साथ पुलिस का अभद्र व्यवहार लोगों को अखरने लगा। सोमवार की रात लगभग एक बजे बिना महिला सिपाहियों को लिए पुलिस के करीब 15 जवान कटकुइंया कला गांव


निवासी देवनरायन के घर का दरवाजा तोड़कर भीतर घुस गए। घर में कोई पुरूष सदस्य नही था। बेटी अंजली राना व उसकी मां से पुलिस टीम ने अभद्रता की। गांव के लोगों ने मंगलवार को पुलिस के व्यवहार पर


आक्रोश जताते हुए कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया था। विफली, जगमोती, माया, सुकरी, अनीता, राधा आदि ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि पुलिस आए दिन लोगों के घरों में देर रात घुस जाती है।


कोई भी थारू गांव ऐसा नही है जहां के लोग पुलिस के कहर से परेशान न हों। दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में इसकी खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। एसपी अरविद कुमार मौर्य ने इस मामले में जांच के


आदेश दिए हैं। सीओ के साथ भिनगा कोतवाल देवेंद्र पांडेय, महिला थानाध्यक्ष केके यादव, महिला उपनिरीक्षक सुनीता सिंह ने गांव पहुंचकर जांच पड़ताल की। सीओ ने बताया कि गांव में महिलाओं व अन्य लोगों


के बयान दर्ज किए गए हैं। जांच रिपोर्ट एसपी को सौंपी जाएगी।