कोरोना ने रोके ट्रेन के पहिये, थमी जीआरपी थाने के मुंशी की कलम - corona stopped the wheels of the train, the pen of the scribe of the grp station stopped - uttar pradesh sambhal city crime news

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जागरण संवाददाता चन्दौसी कोरोना काल ने पूरे देश को ही नहीं बल्कि विश्व को हिलाकर रख दि By JagranEdited By: Updated: Thu, 10 Dec 2020 12:10 AM (IST) जागरण संवाददाता, चन्दौसी: कोरोना काल ने


पूरे देश को ही नहीं बल्कि विश्व को हिलाकर रख दिया था, इससे हर कोई प्रभावित हुआ, लेकिन कोरोना ने सबसे आसान काम जीआरपी पुलिस का कर दिया। कोरोना ने ट्रेन के पहिये रोके तो जीआरपी थाने के मुंशी


की भी कलम रुक गई। पिछले छह माह से चन्दौसी जीआरपी थाने में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। जबकि इस पूरे साल में मात्र आठ मुकदमे दर्ज हुए है। जबकि पिछले साल 44 मुकदमे दर्ज हुए थे। मार्च माह में


कोरोना शुरू हुआ तो सरकार ने देश में लॉकडाउन लगा दिया। लॉकडाउन लगा तो ट्रेन भी बंद हो गई। इससे तमाम मजदूर पैदल चलकर अपने घरों तक पहुंचे। मजदूरों ने इस दौरान तमाम परेशानियों का सामना करना


पड़ा। ट्रेन के पहिये रुके तो जीआरपी पुलिस को भी आराम मिल गया। जहां सिविल पुलिस को लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों के अंदर रोकने के लिए तमाम प्रयास करने पड़े तो जीआरपी पुलिस के इस दौरान काम कम


हो गए। इतना ही नहीं जीआरपी थाने के मुंशी की भी कलम रुक गई। वर्ष 2019 में 44 मुकदमे चन्दौसी जीआरपी थाने में दर्ज हुए तो इस साल अब तक मात्र आठ मुकदमे दर्ज हुए है। मई माह से लेकर अब तक एक भी


मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। इनसेट- वांछित आरोपितों की तलाश में जुटी जीआरपी चन्दौसी: ट्रेन के पहिये रुके तो जीआरपी पुलिस का काम कम हो गया। उन्हें स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए नहीं लगना


पड़ा। ऐसे में जीआरपी पुलिस ने वांछित आरोपितों की तलाश शुरू कर दी। देश अनलॉक हुआ तो जीआरपी पुलिस ने चार घटनाओं का पर्दाफाश कर दिया। इनसेट- इस साल दर्ज हुए मुकदमे जनवरी माह में एक मुकदमा दर्ज


हुआ फरवरी माह में तीन मुकदमे दर्ज हुए मार्च माह में दो मुकदमे दर्ज हुए अप्रैल माह में एक मुकदमा दर्ज हुआ मई माह में एक मुकदमा दर्ज हुआ .......... वर्ष 2019 में 44 मुकदमे दर्ज हुए