
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI
Play all audios:
यूपी शिया वक्फ बोर्ड के चुनाव का ऐलान हो चुका है लेकिन जिन आठ पदों पर चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हुई है उसमें से केवल मुतवल्ली कोटे के दो पदों पर ही चुनाव हो सकेगा। चुनाव के लिए 17 अप्रैल को
नामांकन व 20 अप्रैल को मतदान होना है। By Umesh TiwariEdited By: Updated: Fri, 02 Apr 2021 08:57 PM (IST) लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चुनाव का ऐलान हो चुका
है, लेकिन जिन आठ पदों पर चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हुई है, उसमें से केवल मुतवल्ली कोटे के दो पदों पर ही चुनाव हो सकेगा। सांसद, विधायक व बार कौंसिल सदस्यों के दो-दो पदों पर चुनाव संभव नहीं
है। सांसद व बार कौंसिल की श्रेणी में तो एक भी शिया मुस्लिम नहीं है। विधायक कोटे में भी दो सदस्य शिया हैं लेकिन इनमें से एक सरकार में मंत्री हैं, जबकि दूसरे सदस्य निर्विरोध चुन लिए जाएंगे।
ऐसे में 11 सदस्यीय शिया वक्फ बोर्ड में आठ सदस्य सरकार नामित करेगी। शिया वक्फ बोर्ड के चुनाव के लिए 17 अप्रैल को नामांकन व 20 अप्रैल को मतदान होना है। इनमें यूपी से शिया समुदाय के दो सांसद,
शिया समुदाय के दो विधान मंडल सदस्य व राज्य बार कौंसिल के शिया समुदाय के दो सदस्य व एक लाख से अधिक की आय वाली शिया वक्फ संपत्तियों के दो मुतवल्ली शामिल हैं। वर्तमान में प्रदेश से एक भी शिया
मुस्लिम सांसद नहीं हैं। राज्य बार कौंसिल में भी एक भी शिया मुस्लिम सदस्य नहीं है। विधायक कोटे में केवल दो एमएलसी हैं। इनमें से एक मोहसिन रजा जो सरकार में मंत्री हैं, इसलिए वे सदस्य नहीं बन
सकते हैं। दूसरे एमएलसी बुक्कल नवाब हैं। ऐसे में वे निर्विरोध सदस्य बन जाएंगे। विधायक कोटे में दूसरे सदस्य के रूप में पूर्व विधायक नामित किए जा सकते हैं। वक्फ अधिनियम 1995 के अनुसार जब
वर्तमान सांसद नहीं होते हैं तो पूर्व सांसद नामित किए जा सकते हैं। इसी प्रकार राज्य बार कौंसिल में भी जब शिया समुदाय के सदस्य नहीं हैं तो वरिष्ठ अधिवक्ताओं को नामित किया जा सकता है। 11
सदस्यीय बोर्ड में आठ सदस्यों का चुनाव होता है जबकि तीन सदस्य सरकार नामित करती है। इनमें एक सुन्नी समाजसेवी, एक इस्लाम के जानकार व एक अफसर कोटे के सदस्य हैं। मुतवल्ली कोटे में भी हैं 37 सदस्य
: वक्फ बोर्ड के सीईओ डॉ. नासिर ने बताया कि मुतवल्ली कोटे के दो सदस्यों का चुनाव होना है। एक लाख से अधिक आय वाली करीब 37-38 वक्फ संपत्तियां हैं। ऐसे में केवल यही चुनाव लड़ सकते हैं। जब पूरे
11 सदस्य बन जाएंगे तो वे आपस में वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष चुनेंगे।