जान जोखिम में डालने वाले 184 डीएल सस्पेंड

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- आरटीओ के औचक निरीक्षण में पहली बार बड़ी मात्रा में हुई डीएल धारियों के खिलाफ कार्रवाई


शहर के अलावा आउटर इलाकों में कई ऐसे टू-व्हीलर व फोर व्हीलर वाहन चालक हैं, जो आम लोगों के लिए खतरा बन हुए हैं। यही वजह है कि आरटीओ के ओर से लगातार तीन दिन चलाए गए स्पेशल कैंपेन के तहत अब तक


की डीएल में हुई कार्रवाई के तहत 184 ड्राइविंग लाइसेंस तीन माह तक के लिए सस्पेंड किए गए हैं। चेतावनी भी दी गई है कि उन्हें दोबारा वाहन चलाने की कोशिश की तो उनके खिलाफ रोड सेफ्टी एक्ट के तहत


पांच हजार रुपए तक का जुर्माना हो सकता है।


आरटीओ की एनफोर्स टीम पिछले एक-दो माह से लगातार स्पेशल कैंपेन चलाते आ रही है। लेकिन इस बार पिछले तीन दिनों में आरटीओ की स्पेशल टीम ने अपने स्पेशल कैंपेन के तहत पहली बार फोर व्हीलर चालकों के


साथ टू-व्हीलर चालकों को भी शामिल किया, जो रोड सेफ्टी के नियमों की लगातार अनदेखी कर रहे थे। यह वजह रही कि आरटीओ के टीम ने तीन दिनों में 184 डीएल (ड्राइविंग लाइसेंसस) को तीन माह के लिए सस्पेंड


कर दिया। आरटीओ का कहना है कि ऐसे चालक आम लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते थे। एआरटीओ एनफोर्समेंट रश्मि पंत ने बताया कि तीन दिनों की कार्रवाई में रोड सेफ्टी का अनुपालन किया जाना प्रमुख


वजह रही है। इसके लिए टीम की ओर से औचक निरीक्षण किया गया और बड़ी लेवल पर कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि जिनके लाइसेंस सस्पेंड किए गए हैं, वे तीन माह तक अनवैलिड माने जाएंगे। ऐसा न करने पर


ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ पांच हजार रुपए तक के जुर्माने की चेतावनी भी दी गई है। हालांकि, जिनके लाइसेंस सस्पेंड किए गए हैं, उन्हें अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा।


आरटीओ के स्पेशल कैंपेन में वाहन चलाते समय भी कार्रवाईयां हुई हैं। इसमें दून सिटी में 6, विकासनगर में 2 व ऋषिकेश में 8 चालान किए गए।


एआरटीओ रश्मि पंत बताती हैं कि अभी कितनी बार किसका लाइसेंस सस्पेंड हुआ है। इसका डाटा बेस तैयार होने की व्यवस्था नहीं है। लेकिन तैयारियां हैं, भविष्य में इसका डाटा भी तैयार हो जाएगा।


रोड सेफ्टी के लिए आरटीओ की ओर से औचक निरीक्षण अभियान शुरु किया गया। जिसमें टू-व्हीलर, फोर व्हीलर चालकों के 184 डीएल तीन माह के लिए चेतावनी के साथ सस्पेंड किए गए हैं। दोबारा वाहन चलाने पर


पांच हजार तक का जुर्माना किए जाने के प्रावधान है।