पहाड़ के सीने में जवानों ने बिखेरा प्रतिष्ठा का संदेश

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BY: INEXTLIVE | Updated Date: Wed, 28 Oct 2015 07:40:13 (IST) -चार्जिग रैम डिवीजन की 15 ग्रेनेडियर्स के जवानों ने पार किया हिमांचल प्रदेश की कीलांग वैली -महज आठ दिनों में डेढ़ सौ किलोमीटर की


दूरी और साढ़े छह हजार से साढ़े 16 हजार फिट ऊंचाई पर गए Meerut : भारतीय सेना की ओर से वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध की स्वर्ण जयंती समारोह की कड़ी में फौज की प्रतिष्ठा को देश के कोने-कोने में


पहुंचने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में मेरठ स्थित चार्जिग रैम डिवीजन की 15 ग्रेनेडियर्स बटालियन के जवानों ने दुर्गम पहाड़ी रास्तों को पार किया। ऐतिहासिक स्वर्ण जयंती समारोह मनाने की ओर से


बढ़ रही बटालियन की ओर से कई ट्रेकिंग एक्सपिडीशन की योजना बनाई गई है। रेजिमेंट के जवानों की टीम ने पिछले दिनों 15 से 26 अक्टूबर के दौरान हिमांचल प्रदेश के कीलांग वैली में ट्रेकिंग पूरा करते


हुए हिमांचल प्रदेश के सुदूर इलाकों में रह रहे लोगों तक फौज का संदेश भी पहुंचाया। 12 अक्टूबर को दिल्ली से रवाना हुए थे इस एक्सपिडीशन की शुरुआत 12 अक्टूबर को दिल्ली में हुई थी। ग्रेनेडियर्स


रेजिमेंट के कर्नल ऑफ द रेजिमेंट लेफ्टिनेंट जनरल केजी कृष्णा ने जवानों की टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। 12 लोगों की इस टीम की अगुवाई मेजर आशीष सक्सेना ने की। यह ट्रेकिंग हिमांचल के


बैजनाथ से निकलकर पहाड़ों के बीच से होते हुए कई दुर्गम राहों से निकली और कीलांग में इसका समापन हुआ। सेना के जांबाज जवानों ने डेढ़ सौ किलोमीटर की इस ट्रेकिंग के दौरान साढ़े छह हजार से साढ़े 16


हजार फिट की ऊंचाइयों को महज आठ दिनों में पार किया। एक्सपिडीशन के दौरान टीम के सदस्यों ने हिमांचल प्रदेश के सुदूर इलाकों में रह रहे स्थानीय लोगों से बातचीत की और देश व फौज की प्रतिष्ठा के


संदेश से अवगत कराया। इस एक्सपिडीशन का प्रमुख उद्देश्य 15 ग्रेनेडियर्स के जवानों में रोमांच की स्पिरिट को विकसित करना है।