आप रहिए होशियार उनको है शासनादेश का इंतजार

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निपाह वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी नही की कोई एडवाइजरी केरल में हो चुकी हैं 12 मौतें, शासन ने जारी नही किया एलर्ट ALLAHABAD: केरल में एक दर्जन जान ले चुके निपाह वायरस को लेकर


स्वास्थ्य विभाग अभी भी अनजान बना हुआ है। विभाग ने अभी तक कोई एडवाइजरी जारी नही की है। अधिकारियों को इसके लिए शासनादेश का इंतजार है। जबकि, शहर में रोजाना केरल से आने-जाने वालों की संख्या


ठीक-ठाक है। ऐसे में घातक वायरस से सुरक्षा और इलाज का कोई इंतजाम नही होने से अनहोनी घट सकती है। बिन बताए आती है मुसीबत घातक और जानलेवा बीमारियों को लेकर हमेशा से स्वास्थ्य विभाग लापरवाही


बरतता रहा है। यही कारण है कि सीजन आते ही स्वाइन फ्लू और डेंगू के मरीज दस्तक देने लगते हैं। इसी तरह केरल में तबाही मचा रहे निपाह वायरस मामले में किया जा रहा है। हमने जब स्वास्थ्य विभाग के


अधिकारियों से किसी प्रकार की एडवाइजरी या एलर्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी तक राज्य सरकार से कोई डायरेक्शन नही मिला है। हमे इसका इंतजार है। कोई तैयार नही, नही बने हैं वार्ड केवल


निपाह वायरस नही, अगर डेंगू और स्वाइन फ्लू की बात करें तो भी अभी तक हॉस्पिटल्स में इनके इलाज की कोई तैयारी नही की गई है। बेली और काल्विन हॉस्पिटल में संक्रामक रोगों के वार्ड नही बनाए गए हैं।


इनमें ताला लगा है या किसी अन्य काम में उपयोग किया जा रहा है। स्टाफ को भी घातक बीमारी के इलाज की कोई ट्रेनिंग नही दी गई है। ऐसे में अगर कोई मरीज मिलता है तो निश्चित तौर पर अफरातफरी मचेगी।


डोंट वरी, हम करेंगे जागरुक बावजूद इसके दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आपको निपाह वायरस के प्रति जागरुक करेगा। हम बताएंगें कि क्या है बीमारी के लक्षण और कैसे होगा बचाव- क्या है निपाह वायरस-


डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यह वायरस चमगादड़ों से इंसान में फैलता है। फल खाने वाले चमगादड़ इसका मुख्य सोर्स हैं। सुअर से भी इस बीमारी का संक्रमण फैलता है। लक्षण- बीमारी की शुरुआत सांस लेने में


दिक्कत, तेज सिरदर्द और तेज बुखार से होती है। फिर बुखार दिमाग तक पहुंच जाता है। जिससे मरीज की मौत हो जाती है। बचाव - चमगादड़ो की लार या पेशाब के संपर्क में न आएं। - खासकर पेड़ों से गिरे फलों


को खाने से बचें। - संक्रमित इसांनों व पशुओं खासकर सुअरों के संपर्क में न आएं। - वायरस प्रभावित इलाकों में जाने से बचें। - इस्तेमाल में नही लाए जा रहे कुएं के पास जाने से बचें। - केरल सहित


उसके पड़ोसी राज्यों से आने वाले फल, केला, आम व खजूर खाने से परहेज करें। - फलों को पोटाश वाले पानी में धोकर खाएं। - निपाह वायरस का लक्षण पाए जाने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। वर्जन अभी तक


प्रदेश सरकार की ओर से कोई एडवाइजरी नही मिली है। आदेश आएगा तो आगे की तैयारी की जाएगी। यूपी में अभी निपाह वायरस का कोई मामला सामने नही आया है। डॉ। गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ