
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI
Play all audios:
एडिलेड (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी का मानना है कि भारतीय टीम प्रबंधन को चाहिए कि वह टीम के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का समर्थन करे और उसे मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में
शनिवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल करे। बता दें एडीलेड में खेले गए पहले टेस्ट में शाॅ का प्रदर्शन काफी खराब रहा था। वह दोनों पारियों में मिलाकर कुल 4 रन ही
बना सके थे। अब शाॅ के टीम से बाहर होने की चर्चा हो रह मगर माइकल हसी उनके बने रहने का समर्थन करते हैं। शाॅ को देना चाहिए एक और मौका हसी ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, 'मुझे लगता है कि
सलेक्टर्स को पृथ्वी शॉ पर कुछ विश्वास दिखाना चाहिए। हां, उन्हें पहले टेस्ट मैच में कोई रन नहीं मिला, लेकिन यह एक टेस्ट है, यहां आपको भरोसा रखना होता है जो बर्न्स इसका उदाहरण हैं। फर्स्ट
क्लाॅस क्रिकेट में जो बर्न्स का सात से कम औसत था मगर चयनकर्ताओं ने उन पर विश्वास दिखाया। वह पहली पारी में सस्ते में आउट हो गए, लेकिन उन्होंने धीरे-धीरे अपना आत्मविश्वास वापस पा लिया, और वह
दूसरी पारी में 50 रन बनाकर नॉट आउट रहे।' लगातार फ्लाॅप हो रहा भारतीय ओपनर बता दें दाएं हाथ के बल्लेबाज पृथ्वी शाॅ सिर्फ पहले टेस्ट में ही नहीं उससे पहले खेले गए वॉर्म-अप मैचों में भी
अर्धशतक लगाने में नाकाम रहे थे, उन्होंने 15.5 की औसत से चार पारियों में सिर्फ 62 रन बनाए थ। तब सुनील गावस्कर ने कहा था कि ढीली तकनीक के साथ उन्हें गुलाबी गेंद का टेस्ट नहीं खेलना चाहिए।
शुरुआती मौके पर केएल राहुल और शुभमन गिल ने हाल के दिनों में बेहतर प्रदर्शन किया। राहुल इंडियन प्रीमियर लीग में शीर्ष स्कोरर थे जो हालांकि पूरी तरह से अलग प्रारूप में खेला जाता है। लेकिन उनका
आत्मविश्वास ऊंचा था। दूसरी ओर, गिल ने दो वॉर्म-अप गेम्स में 31.75 पर चार पारियों में 127 का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हसी ने कहा- एमसीजी की पिच आएगी रास शाॅ को लेकर तमाम दिग्गजों का
विश्वास डोला है मगर हसी आज भी शाॅ पर भरोसा करते हैं। वह कहते हैं, 'पृथ्वी शॉ के लिए, उनके चरित्र के बारे में पता करें। उस पर विश्वास दिखाएं। उन्हें विश्वास दिलाएं और उन्हें बताएं,
देखिए, हम आपका समर्थन कर रहे हैं। मेलबर्न की पिच उनके लिए बहुत अधिक अनुकूल होगी। निश्चित रूप से इसमें समान गति और उछाल नहीं होगी। मगर शाॅ यहां बेहतर खेल सकते हैं।'