
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI
Play all audios:
हाल के जन्में बच्चे के लिए 6 महीने तक मां का दूध सबसे जरूरी होता है। हालांकि, शारीरिक बदलाव की वजह से कुछ नई मां इस बात से परेशान रहती हैं कि उनका ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई कम है। अगर आप भी इस
समस्या से परेशान हैं तो एक्सपर्ट से जानें ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई नेचुरली बढ़ाने का तरीका। बच्चे के लिए शुरुआती 6 महीने मां का दूध सबसे जरूरी होता है। ब्रेस्टफीडिंग न सिर्फ शिशु के लिए पोषण का
सबसे अच्छा स्रोत है, बल्कि यह मां और बच्चे के बीच कनेक्शन भी बनाता है। लेकिन कई बार नई मां शुरुआत में कई तरह की समस्याओं का सामना करती हैं जिनमें सबसे कॉमन ब्रेस्टफीडिंग की समस्या है। न्यू
मॉम को अक्सर दूध की कमी की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में एक्सपर्ट ने कुछ तरीकों के बारे में बताया है जिन्हें अपनाकर नेचुरली ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई को बढ़ाया जा सकता है। नैचुरली कैसे
बढ़ाएं ब्रेस्ट मिल्क गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. दिव्या वोरा ने अपने इंस्टाग्राम पर बताया ब्रेस्टफ्रीडिंग सप्लाई बढ़ाने के तरीकों के बारे में बताया है। 1) ब्रेस्टफीड सप्लाई बढ़ाने के लिए हर 2 से 3
घंटे में बच्चे को फीड करवाएं या फिर पंप का इस्तेमाल करें। इससे ब्रेस्टफीड सप्लाई बूस्ट होती है। 2) हाइड्रेशन का ध्यान रखें। दिन भर में कई बार अजवाइन और जीरे का गुनगुना पानी पीएं। 3) ऐसा खाना
खाएं जो ब्रेस्टफीडिंग फ्रेंडली हो। जैसे मेथी, गोंद, ओट्स और एवोकाडो खाएं। 4) इस बात का ध्यान रखें कि बच्चा डीप और प्रॉपर लैच करे। 5) आराम करें, वॉक पर जाएं और मिल्क सप्लाई बूस्ट करने के लिए
मदद लें। 6) अगर सुधार दिखाई न दे तो लैक्टेशन स्पेशलिस्ट की मदद लें और ब्रेस्टफीडिंग प्रोसेस को अच्छी तरह से समझें। क्या है दादी-नानी की सलाह ब्रेस्टफीड सप्लाई बढ़ाने के लिए दादी-नानी मेथी
के बीज खाने की सलाह देती हैं। आयुर्वेद के अनुसार मेथी के बीज शरीर में एस्ट्रोजन के लेवल को बढ़ाते हैं, जिससे ब्रेस्टफीडिंग में मदद मिलती है। इस बात का भी रखें ख्याल मां बनने के बाद थकान हो
सकती है। अगर नई मां बहुत ज्यादा थकान महसूस करती है तो ब्रेस्टफीड सप्लाई की कमी महसूस हो सकती है। इसलिए जब आपका बच्चा सोता है, तब आप भी सोएं या आराम करें। इसके अलावा हाई प्रोटीन वाले खाने को
डायट शामिल करें। ये भी पढ़ें:आसान नहीं है नॉर्मल डिलीवरी,बच्चे के जन्म के बाद महिला को होती हैं ये 5 दिक्कतें ये भी पढ़ें:होने वाले माता-पिता बच्चे के जन्म से पहले अपनाएं ये 5 आदतें